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Gyasuddin shaikh: महामारी में अपनी परवाह किए बिना जनता के साथ खड़े रहे ‘ग्यासुद्दीन शेख’, पढ़ें…

Gyasuddin shaikh: ग्यासुद्दीन की अनूठी सेवा को देखकर राहुल गांधी ने खुद उन्हें कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया

अहमदाबाद, 11 नवंबरः Gyasuddin shaikh: पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाली महामारी, श्मशान घाटों में लगातार जल रहे लाशों के ढेर, चारों तरफ एंबुलेंस के सायरन की आवाज गूंज रही थी, सांस फूलने से लोग मर रहे थे। उस महामारी का मतलब है कोरोना वायरस। आज भी उस घड़ी को याद करके सबकी आंखें भर आती हैं, वो भयानक डर फिर आंखों के सामने तैर जाता है।

इस महामारी के दौरान डॉक्टर, पुलिस सहित कई लोग कोरोना योद्धा बने और मरीजों के साथ खड़े रहकर काफी योगदान दिया। इस महामारी के दौरान अहमदाबाद के दरियापुर से विधायक ग्यासुद्दीन शेख भी असली हीरो बन गए और अपनी हैसियत से लोगों की सेवा की। उनकी अनूठी सेवा को देखकर राहुल गांधी ने खुद उन्हें कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया।

कोरोना के शुरुआती दौर में ऐसा माहौल बना कि दिल्ली से आए तब्लीगी जमात के लोग ही कोरोना फैला रहे हैं, चैनलों और अखबारों में यह खबर थी। इस दौरान तब्लीगी जमात के लोगों को बाहर जाना पड़ा। अहमदाबाद में भी शहर की कई मस्जिदों में तब्लीगी जमात के कई लोग मौजूद थे। उस वक्त विधायक ग्यासुद्दीन शेख आगे चलकर तब्लीगी जमात के लोगों को विभिन्न मस्जिदों से अस्पताल ले गए और उनका कोरोना टेस्ट कराया। उन्होंने लोगों को क्वारंटाइन सेंटरों में रखा, इतना ही नहीं सभी लोगों को घर भेजने की व्यवस्था भी की।

एक साक्षात्कार में, ग्यासुद्दीन शेख ने कहा कि कोरोना महामारी पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या थी, उस समय यह वायरस फैल रहा था लेकिन इसकी वजह से एक समुदाय को बदनाम करना गलत है। हम सभी ने कोरोना के दौरान गुजरात के हालात देखे हैं। सरकार की विफलता के कारण कई लोगों की जान चली गई है। इस बीच अस्पताल लोगों से भारी फीस वसूल रहे थे। ग्यासुद्दीन शेख ने कहा कि उस समय वह लोगों को मरता देख पूरी रात सो नहीं सके, इसलिए उन्होंने सरकार को जगाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की। गुजरात हाईकोर्ट ने उनकी जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान सरकार और निजी को फटकार लगाई।

राहुल गांधी ने ग्यासुद्दीन शेख को असली कोरोना वॉरियर्स कहकर सम्मानित किया

अस्पतालों में कोरोना संक्रमित लोगों के लिए 50 फीसदी बेड रिजर्व करने का फैसला किया। विधायक ने कहा कि उच्च न्यायालय में उनके वकील आनंद याज्ञनिक थे। गुजरात में राहुल गांधी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में वकील आनंद याज्ञनिक ने इस विषय पर राहुल गांधी से बात की, जिसके बाद राहुल ने खुद उन्हें फोन कर उन्हें सच्चा कोरोना वॉरियर्स बताया। कोरोना के दौरान उनकी टीम चौबीसों घंटे काम कर रही थी। कोरोना में लोगों को भोजन राशन बांटा गया। यहां लाॅकडाउन में फंसे प्रांतों के लोगों को उनके पैतृक स्थानों पर भेजने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।

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