Varanasi webinar 0107

विज्ञानं शिक्षण मे शैक्षणिक परिवर्तन (academic change) पर अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार

Academic change: विद्यार्थियों मे वैज्ञानिक सोच विकसित करने का आधार विज्ञान शिक्षण: प्रोफ़ेसर अलका सिंह

रिपोर्ट : डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी ,1 जुलाई: academic change: भारत में विज्ञान के क्षेत्र में समृद्ध प्राचीन वैदिक साहित्य- शिक्षा विभाग, वसंत महिला महाविद्यालय, राजघाट एवं आर्य महिला पी0जी0 कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में ‘विज्ञान शिक्षण में शैक्षणिक परिवर्तन’ पर एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन हुआ। प्राचार्या प्रो0 अलका सिंह ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने का आधार विज्ञान शिक्षण के प्रासंगिक तरीके में निहित है।

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academic change: आर्य महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रो0 रचना दुबे ने शिक्षकों में तकनीकी ज्ञान के विकास और प्रयोग पर बल दिया।मुख्य वक्ता करटिन विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया की इंटरनेशनल स्कूल ऑफ़ ह्युमेनिटीस की डीन डॉ0 रेखा बी0 कौल थीं। उन्होने विज्ञान शिक्षण के नवीन आयामों पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को व्यक्तिगत स्वायत्तता देने एवं कक्षा के वातावरण को सुधारने पर बल दिया।

इग्नू के स्कूल ऑफ़ एजुकेशन के असोसिएट प्रोफेसर डॉ0 गौरव सिंह ने आधुनिक विज्ञान शिक्षण प्रणाली (academic change) की आलोचना करते हुए प्राचीन भारतीय वांगमय में सन्निहित विज्ञान के सिद्धांतों से विद्यार्थियों को अवगत कराने की आवश्यकता पर जोर दिया।

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दोनों कॉलेज की छात्राओं ने विज्ञान शिक्षण के आधुनिक उपगमों पर प्रभावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। वक्ताओं का परिचय कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 सुजाता साहा एवं आर्य महिला के आयोजन सचिव डॉ0 कौशलेन्द्र सिंह ने दिया। आर्य महिला कॉलेज के शिक्षा विभाग की अध्यक्षा डॉ0 आरती श्रीवास्तव एवं वसंत कॉलेज की आयोजन सचिव डॉ0 अमृता कात्यायनी ने अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम का संचालन राजघाट की बी0एड0 छात्रा नन्दिनी और आर्य महिला कॉलेज की मौसमी ने किया। विषय प्रवर्तन डॉ0 अमृता कात्यायनी तथा प्रतिवेदन डॉ0 कौशलेंद्र सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 सुजाता साहा द्वारा किया गया। इस अवसर पर दोनों महाविद्यालय के प्राध्यापक और बी0एड0 और एम0एड0 की विज्ञान समूह की छात्राएँ उपस्थित थे