Khidkiya khul chuki: खिड़कियाँ खुल चुकी घर के, फाटक के भी…

 !! काफिरे नहीं उसकी !!(Khidkiya khul chuki) खिड़कियाँ खुल चुकी (Khidkiya khul chuki)घर के, फाटक के भीइतिहास पलटा बीती काल केकबीर देखा, तुलसी भीयथार्थ के पीछे छूटे तस्वीरइति रचा, स्वं … Read More

Ha mai stri hu: हाँ मैं स्त्री हूँ कुछ भी कर सकती हूँ..

Ha mai stri hu: !! हाँ मैं स्त्री !! Ha mai stri hu: हाँ मैं स्त्री हाँ मैं स्त्री हूँ कुछ भी कर सकतीहाँ मैं स्त्री हूँ कुछ भी कर … Read More

Happy women’s day: वो एक नारी है….

!! वो एक नारी है !!(Happy women’s day) Happy women’s day: सुबह सबेरे उठकर वोजिम्मेदारियां उठती हैचौका बर्तन संभाल के सबबच्चों को भी पढ़ाती हैगौरवतल बनाती जीवनहर संघर्ष पर भारी … Read More

Ghunghat: घूँघट में अरमानों को छुपाए, बड़ों के आगे सर झुकाए..

!! घूँघट !!( Ghunghat) घूँघट (Ghunghat) में अरमानों को छुपाए, बड़ों के आगे सर झुकाएतुम हर दिन कल्पना से परे ना जाने कितना सहती होंपर मजाल है जो उफ़ भी … Read More

Kavya: मैं ढूंढ़ा उसे गर्दिशों में, ठहर गया मानो कोई

!! मैं ढूंढा !! (Kavya) Kavya: मैं ढूंढ़ा उसे गर्दिशों मेंठहर गया मानो कोईसाथ नहीं सहारा नहींजिस कदर में जातालोग ठुकरा जाते मुझेकिस तन्हा से कहूँ मैंकिस ओर जाने वोजिस … Read More

wakt ka khel: वक्त – वक्त का खेल है आज: अमरेश कुमार वर्मा

!! वक्त का खेल !!(wakt ka khel) wakt ka khel: वक्त – वक्त का खेल है आजएक जैसा न रहता वक्त हमेशाकभी उत्पीड़न तो कभी प्रसन्नवक्त हमेशा रहता है बदलता … Read More

what to write: ख़्वाब या ख्याल क्या लिखूं,,,,,!!

क्या लिखूं,,,,,,!(what to write) ख़्वाब या ख्याल (what to write)ढलती शाम या चांदनी रातमीठी बातें या हसीं मुलाकातेंक्या लिखूं,,,,,!! सुबह की किरन या चंचल मनफूलों का बिस्तर या भीगा तनरेशमी … Read More

Today women: नारियों के इतिहास देख जिसे पढ़ने का ना था अधिकार

!! नारियां !! (Today women) Today women: नारियों के इतिहास देखजिसे पढ़ने का ना था अधिकारपढ़ने लिखने वाले नारियों कोउसके साथ ससुर देते थे ताने । आज नारियों हम पुरुषों … Read More

Mother toungue: मातृभाषा का सम्मान चाहते हो तो, गैर भाषाओं को सम्मान देना सीखो

!! मातृभाषा !! (Mother toungue) Mother toungue: हमारी मातृभाषा है हिन्दी,हमारी जन्म बोली है हिन्दी,हिन्दी को बुलंदी तक पहुंचाना ही,प्रथम कर्तव्य है हमारा। विद्वानों की देन है हिन्दी,भारत में ज्यादातर … Read More

Independence: एक मनुष्य की एक चाहत होती बस स्वाधीनता हमारी..

!! स्वाधीनता !! (Independence) Independence: एक मनुष्य की एक चाहतहोती बस स्वाधीनता हमारीकोई भी मनुष्य इस जगत मेंरहना चाहता नहीं दास्तां में । जीव, जंतु हो या फिर मनुष्यरहना चाहता … Read More