आज ही के दिन बदल गयी थी कोविड को ले कर हमारी सोच

रिपोर्ट: निशान्त, लखनऊ आज से ठीक एक साल पहले, 23 जनवरी 2020 को, चीन ने जब वुहान शहर में तालाबंदी लागू की थी, तब शायद पहली बार पूरी दुनिया ने कोविड को एक महामारी की … Read More

शक्ति के साथ शांति का संदेश देता भारत

अहिंसा के मंत्र से दुनिया को अवगत कराने वाला भारत आज एक बार फिर विश्व के मानचित्र पर मजबूती के साथ उभर रहा है। बिना हथियार उठाए आज़ादी हासिल करने … Read More

दुनिया वार्म हो रही है इसीलिए मौसम कोल्ड हो रहा है!

रिपोर्ट: निशान्त, लखनऊ पिछला साल भले ही मानव इतिहास का सबसे गर्म साल रहा हो, लेकिन फ़िलहाल कई देशों में, 2021 की शुरुआत काफ़ी सर्द रही है। जहाँ पड़ोसी देश चीन में, बीजिंग … Read More

शिक्षक ही समाज का सृजनकर्ता- डॉ० राजीव कुमार – उपाध्यक्ष नीति आयोग

दिल्ली,18 जनवरी 2021: किसी भी समाज के निर्माण में शिक्षक की अहम भूमिका होती है क्योंकि शिक्षक ही समाज को सही दिशा देने की क्षमता रखता है | अपनी सृजनात्मक … Read More

सभी मौन क्यों? यह एक बड़ा ही गहन चिंता का विषय है।

सभी मौन क्यों? सभी मौन क्यों? यह एक बड़ा ही गहन चिंता का विषय है। आखिर क्यों? मौन की रहने की आवश्यकता क्यों? मौन की प्रवृति हम मनुष्य में प्रकृति … Read More

સદા તંદુરસ્ત હો તન, મન, ધન !

શું કરવાને રહેવું અવઢવ જેવું ? માણી લેવું બધું અવસર જેવું !“મન”ને તો વાંધો રહેવાનો જ, ભલે થઇ જતું ચળવળ જેવું !ભળીશું તે દિવસ જોયું જાશે ! આપણે વ્હેવું ખળખળ … Read More

आध्यात्म द्वारा सामाजिक सम्पोषण का स्वप्न

‘सन्यास’ को अक्सर दीन-दुनिया से दूर आत्मान्वेषण की गहन और निजी यात्रा से जोड़ कर देखा जाता है। मुक्ति की ऐसी उत्कट अभिलाषा स्वाभाविक रूप से मनुष्य को अंतर्यात्रा की … Read More

भारतीय बनाम अमेरिकी लोकतंत्र

सुबह की सुर्खियों में पढ़कर मेरी आश्चर्य से आंखे विस्फारित हो गई कि ‘अमेरिका की संसद पर अमेरिकियों ने ही हमला कर दिया। अमेरिका का लोकतंत्र सम्पूर्ण विश्व में शर्मसार … Read More

भारतीय किसान की चुनौतियां सुलझानी जरूरी हैं.

भारत बहुत दिनों से गाँवों की धरती के रूप में पहचाना जाता रहा है. भारत के परम्परागत सामाज के मौलिक प्रतिनिधि के रूप में गाव को लिया गया . सन … Read More

सांस्कृतिक चेतना के उन्नायक भारत रत्न महामना पं मदन मोहन मालवीय

सात्विक आहार, विचार और व्यवहार वाले महामना एक सनातनी , नि:स्पृह और उदार भाव वाले हिंदू धर्म सच्चे प्रतिनिधि थे. महामना वस्तुत: भारतीयता के साक्षात विग्रह सरीखे थे. संस्कृत, हिंदी … Read More