Republic day-2022: सयाना होता भारतीय गणतंत्र: गिरीश्वर मिश्र

मनुष्य द्वारा रची कुछ बेहद ताकतवर परिभाषाओं में देश, राज्य, राष्ट्र और गणतंत्र जैसी कोटियाँ भी आती हैं जो धरती पर सामुदायिक-सांस्कृतिक यात्रा में पथ प्रदर्शक की भूमिकाएं अदा करती … Read More

Independence from indigenous: स्वदेशी से स्वाधीनता और सामर्थ्य का आवाहन

इस देश-गान में शस्य-श्यामल, सुखद, और वरद भारत माता की वन्दना की गई है । इस तरह गुलामी के दौर में देश में सब के प्राण बसते थे और देश … Read More

Parakram Diwas: उत्कट देशानुरागी और दुर्धर्ष स्वतंत्रता-सेनानी !

~~23 जनवरी पराक्रम (Parakram Diwas) दिवस पर विशेष~~ Parakram Diwas: आज देश-सेवा के नाम पर राजनीति में दम-ख़म आजमाने वाले हर तरह की सौदेबाजी करने पर उतारू हैं. उन्हें सत्ता … Read More

Vishva hindi diwas: हिंदी का विश्व और विश्व की हिंदी: गिरीश्वर मिश्र

हम सब यह देखते हैं कि दैनंदिन जीवन के क्रम में हमारे अनुभव वाचिक कोड बन कर एक ओर स्मृति के हवाले होते रहते हैं तो दूसरी ओर स्मृतियाँ नए-नए … Read More

Bharat Ratna Atal Bihari Vajpayee: सौम्य संयत, पर दृढ!

भारतीय संसद के सदनों में उनकी सुदीर्घ उपस्थिति राजनैतिक संवाद और संचार के लिए मानक बन चुकी थी. उनके व्यक्तित्व की बुनावट के ताने-बाने देश और लोक के सरोकारों से … Read More

जीवंत संस्कृति नगरी काशी (Vibrant Culture City Kashi): गिरीश्वर मिश्र

‘बनारसी’ एक ख़ास तरह की जीवन-दृष्टि और स्वभाव को इंगित करने वाला ‘विशेषण’ भी बन चुका है जो भारत की बहुलता और जटिलता को रूपायित करता है. यहाँ बहुलता के … Read More

Nation’s consciousness: देश की चेतना स्वदेशी की जगह परदेश की ओर अभिमुख होती गई: गिरीश्वर मिश्र

इस देश-गान में शस्य-श्यामल, सुखद, और वरद भारत माता की वन्दना की गई है । इस तरह गुलामी के दौर में देश में सब के प्राण बसते थे और देश … Read More

Hindi Language: हिन्दी बने व्यवहार और ज्ञान की भाषा: गिरीश्वर मिश्र

Hindi Language: अक्सर भाषा को संचार और अभिव्यक्ति के एक प्रतीकात्मक माध्यम के रूप ग्रहण किया जाता है. यह स्वाभाविक भी है. हम अपने विचार, सुख-दुख के भाव और दृष्टिकोण … Read More

light festival: प्रकाश पर्व है जीवन का आमंत्रण: गिरीश्वर मिश्र

ऐसे में अब उत्सव और पर्व भी लोक-जीवन में यथार्थ से अधिक आभासी स्तर पर ही ज्यादा जिए जाने लगे हैं. शरद ऋतु भारत में उत्सवों की ऋतु है और … Read More

Gujarat politics: गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन के मायने: डॉ शिरीष काशीकर

वैसे तो जिस प्रकार से “हाईकमांड” ने दिल्ली से चक्कर चलाया और एक ही कंकड़ में कुछ पंछी मार दिए तो कुछ को घायल कर दिया। शांत स्वभाव के और … Read More