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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वामी चिद्भवानंद की भगवदगीता लॉन्च की, जानें क्या कहा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वामी चिद्भवानंद की भगवदगीता लॉन्च की, जानें क्या कहा

नई दिल्ली, 11 मार्चः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज वीडियो स्वामी चिद्भवानंद की भगवदगीता का किंडल वर्सन लॉन्च किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि परंपरा और टेक्नोलॉजी का आपस में मिलन हो गया है। इस ई-बुक से शाश्वत गीता और गौरवशाली तमिल संस्कृति के बीच संपर्क भी मजबूत होगा। यह ई-बुक दुनियाभर में रह रहे तमिल लोगों को आसानी से पढ़ने में सक्षम बनायेगा।

उन्होंने विदेश में रह रहे तमिलों के अनेक क्षेत्रों में ऊंचाई पर पहुँचने में तमिल संस्कृति की महानता की सराहना की। स्वामी चिद्भवानंद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मस्तिष्क, शरीर, ह्रदय और आत्मा भारत के पुनरनिर्माण के प्रति समर्पित थी। उन्होंने कहा कि उन पर स्वामी विवेकानंद के मद्रास व्याखान का प्रभाव पड़ा जिसमें उन्होंने राष्ट्र को सर्वोपरि रखने की और लोगों की सेवा करने की प्रेरणा दी थी।

उन्होंने कहा कि गीता की सुंदरता इसकी गहराई और विविधता और लचीलापन में है। आचार्य विनोबा भावे ने भगवतगीता का वर्णन मां के रूप में किया है। जो बच्चे की गलती पर उसे गोद में ले लेती है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, महाकवि सुब्रमण्यम भारतीय जैसे महान नेता गीता से प्रेरित थे।

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उन्होंने यह भी कहा कि गीता हमें सोचने में सक्षम बनाती है। प्रश्न करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवतगीता का जन्म तनाव और निराश के दौरान हुआ था और आज मनुष्य इन्हीं चुनौतियों के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि भगवदगीता विचारों का खजाना है जो निराशा से विजय की ओर प्रेरित करती हैं।

उन्होंने सामुदायिक सेवा स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जब विश्व महामारी से लड़ रहा हो और दुरगार्मी, सामाजिक तथा आर्थिक प्रभाव के लिए तैयार हो रहा हो। पीएम ने आगे कहा कि भगवदगीता मानवता को चुनौतियों से विजेता के रूप में उभरने की शक्ति और निर्देश प्राप्त करेगी। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्व विधालय द्वारा प्रकाशित पत्रिका का हवाला दिया जिसमें कोविड महामारी के समय गीता कि प्रासंगिकता की लंबी चर्चा की गई है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि श्रीमदभगवदगीता का मूल्य संदेश कर्म है। क्योंकि यह अकर्मण्यता से अच्छा है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत विश्व के लिए अच्छा है। गीता की भावना के साथ मानवता की पीड़ा दूर करने और सहायता देने के लिए वैज्ञानिकों ने कम समय में कोविड का टीका विकसित किया है।

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