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निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री गोपाल राय(Gopal Rai) को नरेला मंडी में नहीं मिला एफसीआई का एक भी काउंटर

Gopal Rai, meeting

अगर एफसीआई ने काउंटर लगाया है, तो उसे दिखाए और अगर कोई काउंटर नहीं लगाया है, तो फिर झूठ बोलने की क्या जरूरत है- गोपाल राय (Gopal Rai)

  • जब पूरे देश में मंडी के अंदर अनाज की खरीद हो रही है, तो एफसीआई को दिल्ली की मंडियों में खरीद करने में क्या दिक्कत हो रही है- गोपाल राय
  • आज किसान एमएसपी की ही लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्हें पता है कि तीन कृषि कानूनों के लागू होने के बाद कितना परेशान किया जाएगा- गोपाल राय
  • केंद्र सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे और मंडी में काउंटर लगाकर अनाज की खरीदारी की जाए- गोपाल राय
  • कल एफसीआई के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, ताकि समस्या का समाधान निकाला जा सके- गोपाल राय
  • कृषि मंत्री गोपाल राय ने आज नरेला मंडी का दौरा कर वहां एफसीआई द्वारा काउंटर लगाकर गेहूं खरीद की हकीकत का जायजा किया

रिपोर्ट: महेश मौर्य, दिल्ली

नई दिल्ली, 09 अप्रैल: दिल्ली की मंडियों में एफसीआई द्वारा काउंटर लगाकर गेहूं खरीद के दावों की आज उस समय पोल खुल गई, जब कृषि मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai)ने नरेला मंडी का दौरा किया। कृषि मंत्री ने कहा कि निरीक्षण के दौरान नरेला मंडी में एफसीआई के एक भी काउंटर नहीं मिले। अगर एफसीआई ने कोई काउंटर लगाया है, तो उसे दिखाए और अगर कोई काउंटर नहीं लगाया है, तो फिर झूठ बोलने की क्या जरूरत है? जब पूरे देश में मंडी के अंदर गेहूं की खरीद हो रही है, तो एफसीआई को दिल्ली की मंडियों में खरीदारी करने में क्या दिक्कत हो रही है? गोपाल राय ने कहा कि आज किसान एमएसपी की ही लड़ाई लड़ रहे हैं।

उन्हें पता है कि तीन कृषि कानूनों के लागू होने के बाद उन्हें कितना परेशान किया जाएगा? केंद्र सरकार से मांग है कि किसानों को परेशान करना बंद करे और मंडी में काउंटर लगाकर अनाज की खरीद की जाए। कल एफसीआई के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, ताकि इस समस्या का समाधान निकाला जा सके।

दिल्ली के कृषि मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने आज नरेला मंडी का दौरा कर वहां पर एफसीआई द्वारा काउंटर लगाकर गेहूं खरीद की हकीकत का जायजा किया। कृषि मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पिछले कई दिनों से लगातार किसानों की तरफ से शिकायत आ रही थी कि नरेला मंडी के अंदर एफसीआई द्वारा एमएसपी के आधार पर खरीदारी नहीं की जा रही है। एफसीआई ने हमें लिखित में दिया है कि एक अप्रैल से ही दिल्ली की मंडियों में गेहूं की खरीदारी हो रही है। कल जब हमने मंडियों से अनाज खरीद की रिपोर्ट मंगाई, तब पता चला कि मंडी के अंदर एफ सी आई ने अभी तक एक भी काउंटर ही नहीं लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कल भी एफ सी आई ने दावा किया कि वो मंडियों में अनाज खरीद रहा है।

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कृषि मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने कहा कि किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखकर आज हमने नरेला मंडी का निरीक्षण किया। मैनें मंडी के अध्यक्ष और सेक्रेटरी से बात की। दोनों ने बताया है कि अभी तक मंडी के अंदर एफसीआई का एक भी काउंटर नहीं लगा है। उन्होंने कहा कि बैठक में हमने एफसीआई के अधिकारियों को भी बुलाया, लेकिन वहां से कोई अधिकारी आने को तैयार नहीं है। काफी इंतजार के बाद एफसीआई से जो अधिकारी आए भी, तो वे कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। मुझे यह बात समझ में नहीं आ रही है कि आखिर एफसीआई के अधिकारियों को दिक्कत क्या है? अगर एफसीआई ने मंडी में काउंटर लगाया है, तो उन काउंटर को दिखाए कि कहां पर काउंटर लगाए गए है।

गोपाल राय ने कहा कि एफसीआई से आए एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने गोदाम में काउंटर लगाया है। जब हमने पूछा कि गोदाम में खरीदारी की जा रही है, तो उसने बताया कि कोई खरीदारी नहीं कर रहे हैं। मैनें अनाज की खरीदारी नहीं करने का कारण पूछा, तब अधिकारी ने बताया कि किसानों को गिरदावरी देनी है। दिल्ली में गांव शहरी हो गए, तो उनकी गिरदावरी बनी नहीं है। अधिकारी किसानों से कह रहे हैं कि हस्ताक्षर करा कर लाओ। किसान हस्ताक्षर कराने पहले मंडी में आएगा और इसके बाद वह गोदाम में जाएगा।

इससे तो उसका पूरा दिन बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में मंडी के अंदर अनाज की खरीदारी हो रही है, तो दिल्ली में एफसीआई को मंडी के अंदर अनाज की खरीदारी करने में क्या दिक्कत है? नरेला की मंडी काफी बड़ी है, यहां किसान हर बार आता है। यहां पर किसान आएगा और प्रमाणित करवाएगा, तब उसके अनाज की खरीदारी होगी? यह तो बात बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों को केवल परेशान करने के लिए इस तरह का सिस्टम बनाया गया है।

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गोपाल राय ने आगे कहा कि मैं केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं कि किसान आज इसी बात को लेकर लड़ रहा है, क्योंकि उसे पता है कि तीनों कृषि कानूनों के लागू होने के बाद उसे कितना परेशान किया जाएगा? आज किसानों को एमएसपी के लिए दर-दर भटकाया जा रहा है। आज तक कभी भी गोदाम में अनाज की खरीदारी नहीं हुई। अनाज खरीदने के लिए ही मंडी बनाई गई है। पहले किसान मंडी आ रहा है और मंडी में खरीदारी नहीं होने पर वह गोदाम जा रहा है, लेकिन वहां पर भी उसका अनाज नहीं खरीदा जा रहा है।

वहां पर किसानों से अधिकारी बोल रहे हैं कि कागज लेकर आओ। इसलिए मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि किसानों को परेशान करना बंद किया जाए और मंडी के अंदर काउंटर लगाया जाए। मंडी के चेयरमैन, डिप्टी सेक्रेटरी और सेक्रेटरी  मंडी में ही सत्यापित करेंगे और यहीं पर किसानों के गेहूं की खरीदारी की जाए। जिससे किसानों को एमएसपी मिल सके और उन्हें बेवजह परेशान होने से बचाया जा सके। हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि लुकाछिपी खेलने की जगह किसानों की फायदे के लिए कार्रवाई की जाए। मैं शनिवार को  एफसीआई के उच्च अधिकारियों को बुला कर बैठक करूंगा, ताकि इसका समाधान निकाला जा सके।

गोपाल राय ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर किसानों को परेशान नहीं होने देंगे। यह जिस तरह से काम किया जा रहा है, यह सिर्फ किसानों को परेशान करने के लिए किया जा रहा है। सरकारों की जिम्मेदारी किसानों को सहूलियत देनी है, लेकिन उसके लिए इस तरह से यहां व्यूह रचना की गई है कि किसान दिन भर दौड़ता रह जा रहा है, लेकिन उसके अनाज की खरीदार नहीं हो पा रही है। इसलिए हमने उन्हें निर्देश दिया कि ऐसा सिस्टम बनाएं कि किसानों को एक ही जगह पर सारी सुविधा मिले और उन्हें दर-दर भटकना न पड़े।

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