Sanoth Lake Reconstruction: सनोथ झील का पुनर्निर्माण कर रही केजरीवाल सरकार, पिकनिक स्पॉट के रूप में किया जाएगा तब्दील
Sanoth Lake Reconstruction: 6 एकड़ में फैली सनोथ झील का हो रहा कायाकल्प, केजरीवाल सरकार ने दिसंबर 2021 तक काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा- सत्येंद्र जैन
- झील के पास बच्चों के लिए खेल का मैदान, पिकनिक गार्डन, पैदल मार्ग, छठ पूजा घाट और जिम जैसी सुविधाएं आम जनता के लिए होंगी- सत्येंद्र जैन
- घोगा ड्रेन के प्राकृतिक एसटीपी की क्षमता बढ़ाकर 50 लाख लीटर की जाएगी- सत्येंद्र जैन
- बवाना सीईटीपी से 3 एमजीडी रिसाइकल किये गए पानी का उपयोग सनोथ झील को फिर से जीवंत करने के लिए किया जाएगा- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 07 सितंबर: Sanoth Lake Reconstruction: सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के मंत्री श्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को घोगा ड्रेन में बने प्राकृतिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और बवाना में बन रही सनोथ झील का सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारीयों के साथ मुआयना किया। घोगा ड्रेन के प्राकृतिक एसटीपी की गंदे पानी को साफ करने की क्षमता को 10 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 लाख लीटर प्रतिदिन करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा केजरीवाल सरकार बवाना में 6 एकड़ भूमि पर सनोथ झील को पुनर्जीवित कर रही है।
सनोथ झील को पिकनिक स्पॉट के रूप में तब्दील किया जाएगा। सत्येंद्र जैन ने निर्माण स्थल का जायजा लिया और कहा कि बवाना कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से लगभग 3 एमजीडी पानी को रिसाइकल करके सनोथ झील को जीवंत करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। सनोथ झील का पुनर्निर्माण कर रही केजरीवाल सरकार, पिकनिक स्पॉट के रूप में किया जाएगा तब्दील
सत्येंद्र जैन ने घोगा ड्रेन में प्राकृतिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया। यह एसटीपी वेटलैंड प्रणाली पर आधारित है और बिना बिजली के प्रतिदिन 10 लाख लीटर गंदे पानी को साफ करता है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस एसटीपी की गंदे पानी को साफ करने की क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 लाख लीटर प्रतिदिन की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि रिसाइकल किये गए पानी का उपयोग नजदीक के क्षेत्र में एक झील बनाकर भूजल को रिचार्ज करने के लिए किया जाएगा।
सत्येंद्र जैन ने बवाना में सनोथ झील का भी दौरा किया। इस झील को दिल्ली सरकार आधुनिक तकनीकों के साथ पुनर्जीवित कर रही है। सनोथ झील को पुनर्जीवित करने का कार्य प्रगति पर है और दिसंबर 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि सनोथ झील की जल संचय करने की क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए, ताकि इस झील के माध्यम से अधिक भूजल को रिचार्ज किया जा सके। बवाना कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से लगभग 3 एमजीडी पानी को रिसाइकल करके सनोथ झील को जीवंत करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
सत्येंद्र जैन ने दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएसआईआईडीसी) और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग (आई एंड एफसी) के अधिकारियों को बवाना एस्केप ड्रेन की सफाई करने के निर्देश दिए। जिसमें 680 क्यूसेक की डिज़ाइन डिस्चार्ज क्षमता है। बवाना एस्केप ड्रेन की सफाई का कार्य डीएसआईआईडीसी और आईएंडएफसी द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। डीएसआईआईडीसी यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी अनुपचारित या अनधिकृत नाला बवाना एस्केप ड्रेन में न गिरे, जबकि आईएंडएफसी यह सुनिश्चित करेगा कि नालों में बहने वाले पानी की गुणवत्ता को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा निर्धारित गुणवत्ता मापदंडों के अनुसार सुधारा जाए। सत्येंद्र जैन ने कहा कि नाले में बहने वाले गंदे पानी को ट्रीट करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए ‘फ्लोटिंग वेटलैंड और एरेटर्स’ के साथ वियर भी बनाए जाएं।
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6 एकड़ में फैली सनोथ झील बवाना के सनोथ गांव में स्थित है। बवाना कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से लगभग 3 एमजीडी पानी को रिसाइकल करके सनोथ झील को जीवंत करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। इस झील में बच्चों के लिए खेल का मैदान, पिकनिक गार्डन, पैदल मार्ग, छठ पूजा घाट और जिम जैसी सुविधाएं आम जनता के लिए होंगी। दिल्ली सरकार सनोथ झील के चारों ओर नीम, सेमल, चंपा, और बबूल जैसे कई तरह के पेड़ भी लगा रही है।
इस परियोजना को दिल्ली सरकार का सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग संचालित कर रहा है। सनोथ झील के बनने से न केवल भूजल को रिचार्ज करने में मदद मिलेगी बल्कि इस क्षेत्र में एक ‘इकोसिस्टम’ का भी निर्माण होगा। दिल्ली सरकार राजधानी के प्रमुख झीलों और जल निकायों को जीवंत कर रही है। इससे पहले, रजोकरी झील और संजय वन झील को दिल्ली सरकार पुनर्जीवित कर चुकी है और सनोथ झील के बनने से इस परियोजना को और बढ़ावा मिलेगा।