Cyclone Shelters Home

Cyclone Shelters Home: बिपरजॉय चक्रवात के विरुद्ध राज्यभर में तत्काल 1521 शेल्टर होम्स बनाए गए

  • 8900 से अधिक बच्चों तथा 1100 से अधिक गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया
  • संभावित चक्रवात से प्रभावित होने वाले राज्य के 8 जिलों से 94 हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया

Cyclone Shelters Home: गुजरात में चक्रवात संकट के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्मित स्थायी 76 मल्टीपर्पज़ साइक्लोन शेल्टर्स आज जनता के लिए बने आसरा

गांधीनगर, 15 जून: Cyclone Shelters Home: प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध सज्जता तथा कटिबद्धता में गुजरात का डिजास्टर मैनेजमेंट (आपदा प्रबंधन) सदैव अग्रसर रहा है। गुजरात में 1600 किलोमीटर लंबा समुद्री किनारा होने के कारण राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों में आने वाले चक्रवातों का खतरा बना रहता है।

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ऐसे चक्रवातों के संकट से निपटने तथा राज्य की जनता को सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए राज्य सरकार ने दीर्घदृष्टि का उपयोग करते हुए तटवर्ती क्षेत्रों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 75 मल्टीपर्पज साइक्लोन शेल्टर्स का निर्माण किया है। आज राज्य जब बिपरजॉय चक्रवात के संभावित प्रभावों से संघर्ष के लिए सज्ज हो रहा है, तब ये शेल्टर्स जनता के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं।

इन 75 मल्टीपर्पज़ साइक्लोन शेल्टर्स में जूनागढ में 25, गीर सोमनाथ में 29, पोरबंदर में 4, देवभूमि द्वारका में 4, कच्छ में 5, अमरेली में 2, जामनगर में 1, नवसारी में 1, भरूच में 5 और अहमदाबाद में 1 शेल्टर का समावेश होता है। इसके अतिरिक्त, बिपरजॉय चक्रवात के चलते मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के दृढ़ नेतृत्व व मार्गदर्शन में कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र के इन 8 जिलों में 1521 शेल्टर होम्स तत्काल स्थापित किए गए हैं।

इनमें जूनागढ में 196, कच्छ में 173, जामनगर में 56, पोरबंदर में 140, देवभूमि द्वारका में 182, गीर सोमनाथ में 507, मोरबी में 31 और राजकोट में 236 शेल्टर होम्स स्थापित किए गए हैं। मेडिकल टीम द्वारा इन शेल्टर होम्स की नियमित विज़िट की जा रही है और वहाँ स्थानांतरित करके लाए गए लोगों की इस टीम द्वारा उचित स्वास्थ्य जाँच की जा रही है।

संभावित चक्रवात के परिणामस्वरूप में राज्य में किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने चक्रवात के संभावित ख़तरे वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों के स्थानांतरण पर बल दिया है और 8 ज़िलों से अब तक कुल 94 हज़ार से अधिक लोगों का सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरण कराया है।

राज्य में चक्रवात से संभावित रूप से प्रभावित होने वाले कच्छ में 46,823, जूनागढ में 4864, जामनगर में 9942, पोरबंदर में 4379, देवभूमि द्वारका में 10,749, गीर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9243 और राजकोट में 6822 नागरिकों सहित कुल 8 ज़िलों में अब तक कुल लगभग 94,427 नागरिकों का सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरण कराया गया है। इनमें 8930 बच्चे, 4697 वृद्ध और 1131 गर्भवती महिलाएँ शामिल हैं।

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