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पश्चिम रेलवे द्वारा 700 से अधिक पार्सल विशेष ट्रेनों का सफ़ल परिचालन

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अहमदाबाद, 02 दिसंबर: कोरोना महामारी के कठिनतम समय के दौरान भी अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए पश्चिम रेलवे की पार्सल विशेष ट्रेनें देश के विभिन्न स्थानों तक चल रही हैं। विभिन्न बाधाओं और श्रम शक्ति की कमी के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान कुल 712 पार्सल विशेष ट्रेनों को चलाकर 700 पार्सल विशेष ट्रेनों के बड़े आंकड़े को पार कर लिया है। इनके ज़रिये हासिल होने वाला राजस्व करीब 63.75 करोड़ रुपये रहा है। इसी क्रम में 1 दिसम्बर, 2020 को पाॅंच पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से रवाना हुईं, जिनमें 2 पार्सल स्पेशल बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी और पोरबंदर से शालीमार के लिए चलाई गईं, जबकि एक दूध विशेष ट्रेन पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई। एक इन्डेंट रेक ट्रेन कॉंकरिया से बेनापोल के लिए रवाना हुई, वहीं लक्ष्मीबाई नगर से न्यू गुवाहाटी के लिए किसान विशेष रेल चलाई गई।     

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 पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 23 मार्च से 30 नवम्बर, 2020 तक, लगभग 1.88 लाख टन वजन वाली वस्तुओं को पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 712 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से ले जाया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली राजस्व आय लगभग 63.75 करोड़ रु. रही है। इसके अंतर्गत पश्चिम रेलवे द्वारा 127 दुग्ध विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं, जिनमें 96,715 टन से अधिक भार के साथ वैगनों का 100% उपयोग सुनिश्चित किया गया। इसी तरह, लगभग 58 हज़ार टन आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 513 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी चलाई गईं। इनके अलावा, लगभग 32000 टन के भार के लिए 100% उपयोग के साथ 71 इंडेंटेड रेक भी चलाये गये। 22 मार्च से 30 नवम्बर, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे पर मालगाड़ियों के 23,053 रेकों का उपयोग 50.47 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है। 46,006 मालगाड़ियों को अन्य क्षेत्रीय रेलों के साथ जोड़ा गया, जिनमें 23,024 ट्रेनें सौंपी गईं और 22,982 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया।       

श्री ठाकुर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण यात्री ट्रेनें बंद रहने से पश्चिम रेलवे पर 1 मार्च से 30 नवम्बर,2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के कारण, पश्चिम रेलवे ने 526 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई डिवीजन ने 259.12 करोड़ रुपये का रिफंड भुगतान सुनिश्चित किया है। अब तक, 81.87 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार उनकी किराया वापसी राशि प्राप्त की है।