PM Vishwakarma Scheme in Varanasi

PM Vishwakarma Scheme in Varanasi: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में पीएम विश्वकर्मा योजना का भव्य शुभारंभ

PM Vishwakarma Scheme in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया के देशों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है- डॉ महेंद्र नाथ पांडेय

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 17 सितंबर: PM Vishwakarma Scheme in Varanasi: प्रधानमंत्री का जन्मदिन उनके संसदीय क्षेत्र काशी के लोगों ने पूरे जोश एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया। रविवार को विश्वकर्मा योजना के लांचिंग के अवसर पर सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने प्रधानमंत्री एवं काशी के सांसद के दीर्घायु एवं उनके उत्तम स्वास्थ्य की बाबा विश्वनाथ से कामना करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया के देशों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और वैश्विक मंच पर अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहा है।

डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का परिणाम है कि आज भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश होने की उपलब्धि हासिल की है। जी20 के सफल आयोजन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों में आयोजित अब तक का यह सबसे सफलतम जी20 कार्यक्रम रहा है। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे सशक्त नेतृत्व के कारण संभव हो सका है।

उन्होंने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि वास्तव में यह योजना जहां समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को देश के मुख्य धारा से जोड़ने में सफल होगा, वहीं इससे महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का सपना भी साकार हो रहा है। आपने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच हमेशा से ही समाज के गरीब एवं अंतिम पंक्ति तक में मौजूद लोगों के उत्थान का रहा है। जिसके लिए केंद्र सरकार द्वारा तमाम जन कल्याणकारी एवं जनहितकारी योजनाएं संचालित की जाती रही है।

वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर उज्ज्वला योजना के अंतर्गत निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए जाने की हो, शौचालय निर्माण की हो या फिर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चिकित्सा निःशुल्क चिकित्सा सुविधा के लिए गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जाने की। और अब आज लॉन्च हुए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की। यह सभी योजनाएं गरीब से गरीब व्यक्ति के उत्थान एवं उन्हें समाज की मुख्य धारा में स्थापित करने में सफल होगी।

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने कार्यक्रम में लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लाभार्थीपरक योजना है। इस योजना में 18 पारंपरिक विधाओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित हैं। योजना को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी करना है जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।

इस अवसर पर दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना के लॉन्चिंग कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा गया तथा प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सुना गया। इससे पूर्व दीप प्रज्वलित कर विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ कर अतिथियों का स्वागत किया गया।

बताते चलें कि केंद्र की मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के बारे में इस साल स्वतंत्रता दिवस पर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ऐलान किया गया था। इस योजना के लिए चालू वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13000 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस योजना के लाभार्थी को एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाती हैं। इस योजना को 17 सितंबर भगवान विश्वकर्मा जयन्ती के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री ने विधिवत लॉन्च कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने पर फोकस रहा है। यह फोकस न केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने की इच्छा से भी प्रेरित है।

गौरतलब हैं कि कारीगरों को आर्थिक सहायता देना, इस योजना का उद्देश्य है। यह योजना कारीगरों के पारंपरिक कौशल के अभ्यास को बढ़ावा देने के साथ ही उन्हें और मजबूत करने में मदद करेगी। यह कारीगरों तक उत्पाद और सर्विस को सही से पहुंचाने में भी मदद करेगी। इस योजना के लाभार्थी को 15,000 रुपये का टूलकिट मिलेगा।

इसके अलावा लाभार्थी को स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रति दिन का स्टाइपेंड भी मिलेगा। कारीगरों का विकास करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी इस योजना का मुख्य लक्ष्य है। इस योजना के तहत जहां एक तरफ लाभार्थी को एडवांस ट्रेनिंग मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ लाभार्थी के कौशल विकास, आर्थिक सहयोग की ओर भी ध्यान दिया जाएगा।

इस योजना में बढ़ई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहार, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला, पत्थर तोड़ने वाला जैसे कई कौशल कारीगर शामिल हैं। इस योजना के जो भी लाभार्थी होंगे, उन्हें सरकार द्वारा सर्टिफिकेट और आईडी भी मिलेगी। इस योजना में परिवार का केवल एक सदस्य ही आवेदन दे सकता है।

कारीगरों को आत्मनिर्भर करने के लिए सरकार 3 लाख रुपये तक का लोन भी देगी। यह लोन दो किस्त में दी जाएगी। जिस पर 5 फीसदी का रियायती ब्याज दर लगेगा। बताया गया कि इस योजना के तहत, बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, एमएलसी एवं जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी विनीत सिंह सहित भारी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता तथा अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.

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