Concert at VCW: वी सी डब्लू में हुआ संगीत मय अनुदान संचय कार्यक्रम
Concert at VCW: एकत्रित फण्ड का उपयोग गरीब छात्राओं और कैंसर मरीजों के निदान हेतु होगा खर्च
- Concert at VCW: कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण क्लब, सामाजिक उत्तरदायित्व समिति और पिटारा ने संयुक्त रूप से किया.
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 31 जुलाई: Concert at VCW: वसंता कॉलेज फॉर वीमेन के प्रेक्षागृह में एक दिवसीय संगीत के साथ अनुदान संचय कार्यक्रम का सफल आयोजन संपन्न हुआ . इस कार्यक्रम का आयोजन संस्थागत सामाजिक उत्तरदायित्व समिति, पर्यावरण क्लब एवं पिटारा के संयुक्त तत्वावधान में किया गया.
इस अवसर पर महाविद्यालय के (Concert at VCW) संगीत विभाग के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ ही विद्यर्थियों ने आकर्षक गीत संगीत प्रस्तुत किया .
इस विशेष कार्यक्रम का शुभारंम करते हुये महाविद्यालय की दूरदर्शी प्राचार्या प्रोफेसर अलका सिंह ने कहा कि ,सामाजिक उत्तदायित्यो को सुचारु रूप से निर्वहन करने हेतु, प्रत्येक व्यक्ति का योगदान होना चाहिए. सामूहिक धन संग्रह कार्यक्रम के माध्यम से ना केवल सबका योगदान हो जाता है, बल्कि किसी एक व्यक्ति या संस्था पर आर्थिक भार भी नहीं पड़ता.
आपने आगे कहा कि संचित की गयी धनराशि को दो भागों में उपयोग किया जायेगा. इसमें पचास प्रतिशत राशि महाविद्यालय के गरीब एवं असहाय विद्यार्थियों हेतु तथा पचास प्रतिशत महाविद्यालय से जुड़ी एन0जी0ओ0 अश्व संस्था (कैंसर मरीजों हेतु कार्यरत) को अनुदान दिया जाएगा।
इस अवसर पर(Concert at VCW) अनुदान संचय हेतु महाविद्यालय के चयनित 12 विद्यार्थियों एवं संगीत विभाग के डॉ0 संजय कुमार वर्मा ने , गायन एवं वादन की मधुर प्रस्तुतिकरण से, श्रोताओं का मन मोह लिया. प्रेक्षागृह में संगीतमय वातावरण के दौरान अनुदान संचय किया गया। इसमें सभी ने यथा संभव अपना अपना योगदान दिया. कार्यक्रम में 12 विद्यार्थियों जिनमें दीक्षा, आस्था, सुप्रिया, सौम्या सिंघल, श्रेया, पुष्पिता, सुदीक्षा ने संगीतमय प्रस्तुति दी.
इस अवसर पर वसंत परिवार की प्रो. शशिकला त्रिपाठी, प्रो.सुजाता साहा, प्रो. संजीव कुमार , प्रो. बन्दना झा, प्रो. मीनाक्षी विस्वाल , प्रो. मनोज कुमार तिवारी, प्रो. डी. उमा , प्रो. विभा सिंह पटेल, डॉ विलम्बिता वाणी सुधा सहित अन्य शिक्षक गण तथा भारी संख्या में उत्साही छात्राएं उपस्थित थीं. कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ0 रचना पाण्डेय ने की . अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 मंजरी शुक्ला ने दिया.
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