Central government: हमारी लड़ाई कोरोना से है, केंद्र सरकार से नहीं, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: सत्येंद्र जैन

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Central government: हमारी लड़ाई कोरोना से है, केंद्र सरकार से नहीं, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: सत्येंद्र जैन

  • हमने केंद्र सरकार से सभी को वैक्सीनेशन करने और कैंप लगाकर बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन की अनुमति मांगी है: सत्येंद्र जैन
  • दिल्ली सरकार का प्रयास है कि जल्द से जल्द, ज्यादा से ज्यादा दिल्ली वालों का वैक्सीनेशन कराया जा सके- सत्येंद्र जैन

रिपोर्ट: महेश मौर्य, दिल्ली

नई दिल्ली, 08 अप्रैल, Central government: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास  कर  रही है। हमारी लड़ाई कोरोना से है, केंद्र सरकार से नहीं है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सभी को किसी तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। दिल्ली सरकार का प्रयास है कि जल्द से जल्द, ज्यादा से ज्यादा दिल्ली वालों का वैक्सीनेशन कराया जा सके। इसी उद्देश्य से हमने केंद्र सरकार से सभी को वैक्सीनेशन करने और कैंप लगाकर बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन करने की अनुमति मांगी है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अंदर कोविड जांच की क्षमता को बढ़ा दिया है और दिल्ली में कल 90 हजार लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए।

उन्होंने कहा कि पूरे देश में कल 1,25,000 से ज्यादा कोरोना के नए मामले आए थे, जो पिछली बार आई कोरोना की लहरों में सबसे अधिक है। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण दर 25 फीसद है। छत्तीसगढ़ में यह दर 18 फीसद है और देश के अन्य कई राज्यों में संक्रमण दर 10 फीसद से अधिक चल रही है। वहीं, दिल्ली में अभी कोरोना संक्रमण की दर 6 फीसद से थोड़ी ऊपर चल रही है, जो अन्य राज्यों के मुकाबले कम है। पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की प्रवृत्ति एक जैसी चल रही है।

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सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना संक्रमण की मौजूदा लहर में पिछली सभी लहरों के मुकाबले मौतों का आंकड़ा कम देखने को मिल रहा है। संक्रमण की इस लहर में मौत का दर 0.4 फीसद है। जबकि कोरोना की पिछली लहर में मौत की दर 2-3 फीसद थी। मौजूदा लहर में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन गंभीर मामले कम आ रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री  सत्येंद्र जैन ने वैक्सीनेशन के संबंध में कहा कि हमने केंद्र सरकार (Central government) हमारी लड़ाई कोरोना से है, केंद्र सरकार से नहीं, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: सत्येंद्र जैन से वैक्सीनेशन की उम्र सीमा को 65 साल से घटा कर 45 साल करने का सुझाव दिया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कम से कम 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीनेशन करने की अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा था।

केंद्र सरकार ने तीन दिन बाद इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और इन लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके अलावा, हाल ही में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन को लेकर दो और सुझाव दिए हैं, जिसमें सभी उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन करने की अनुमति देने और कैंप लगाकर वैक्सीनेशन करना शामिल है।

दिल्ली सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को कैंप लगा कर टीकाकरण करने को लेकर भी सुझाव दिया गया है। जिस पर केंद्र सरकार अभी विचार कर रही है। अभी सिर्फ अस्पताल और डिस्पेंसरी में वैक्सीनेशन करने की अनुमति है। दिल्ली सरकार के पास 4-5 दिनों तक वैक्सीनेशन करने के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। वैक्सीन की वजह से वैक्सीनेशन के कार्य में कोई रूकावट न आए, इसके लिए हमने केंद्र सरकार से और अधिक वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग कर रखी है।

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स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई को हम सभी को मिल कर लड़ना चाहिए। यह लड़ाई राज्यों और केंद्र सरकार के बीच नहीं है, बल्कि यह लड़ाई कोरोना से है। हमें इसे इस नजरिए से नहीं देखना चाहिए कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य और केंद्र सरकार अलग-अलग हैं। अगर कोई राज्य सुझाव दे रहा है तो केंद्र सरकार को उसे सकारात्मक तौर पर लेना चाहिए।

दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को सिर्फ सुझाव दिया है। उन सुझावों को मानना है या नहीं मानना है, यह केंद्र सरकार पर निर्भर करता है। हमारे कई सुझावों को केंद्र सरकार मान भी रही है। फर्क इतना है कि उन सुझावों को दो-चार दिन बाद मान रही है। मुझे लगता है कि कोरोना को लेकर चल रही लड़ाई में किसी को राजनीति बिल्कुल नहीं करनी चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि दिल्ली में स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन कम हुआ है। यह आरोप पूरी तरह से गलत है। हम भी कह सकते हैं कि केंद्र सरकार के जो अस्पताल है, उन्हीें में स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन कम हुआ है और उसी वजह से यह संख्या कम लग रही है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों के 75 फीसद स्वास्थ्य कर्मचारियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। वहीं, केंद्र सरकार के अस्पतालों में 30 से 40 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन हुआ है। हमें इस पर नहीं जाना है कि कितनों ने वैक्सीनेशन कराया है, बल्कि हम प्रयास कर रहे हैं जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा सके।

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