Varanasi 4

Bhartendu harishchandra jayanti: वसंता कॉलेज फॉर वीमेन में भारतेन्दु हरिश्चंद्र जयंती

Bhartendu harishchandra jayanti: निजभाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल विषयक संगोष्ठी में विद्वान वक्ताओं के विचार

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 10 सितंबरः Bhartendu harishchandra jayanti: वसंता कॉलेज फॉर वीमेन राजघाट फोर्ट, वाराणसी द्वारा भारतेंदु हरिश्चंद्र जयंती मनाई गई। इस अवसर पर “निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल” विषयक संगोष्ठी में विद्वान वक्ताओं ने भारतेन्दु के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

संगोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. अलका सिंह ने अपने उद्‌बोधन में भारतेंदु हरिश्चंद्र को आधुनिकता का प्रतीक बताया। प्रो. मीनू अवस्थी ने अपने स्वागत वक्तव्य में कहा कि भारतेंदु नवजागरण के अग्रदूत थे। उन्होंने देशोद्धार के लिए अपना सर्वस्व समर्पित किया।

डॉ. बन्दना झा ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के गीत के माध्यम से भारतेंदु के कृतित्व को याद किया। हिंदी विभाग की छात्राओं रूपा, तृषा, अंशु, अंकिता, अनिषा व नवोदिता ने भारतेंदु साहित्य के विभिन्न पक्षों पर अपने विचार रखे।

कार्यक्रम की अध्यकक्षता करते हुए प्रो. शशिकला त्रिपाठी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में भारतेंदु हरिश्चंद्र के व्यक्तिव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, वह एक साथ साहित्यकार, नाटककार, निबंधकार, पत्रकार, स्वदेशीचिंतक, भाषाचिंतक के साथ ही समाज सुधारक भी थे।

एक प्रकार से स्वत्वबोध की चेतना, उनके जीवन और रचना कर्म में दिखाई देती है। स्वदेशीभाव के माध्यम से भारतभाव को जागृत करने वाले साहित्यकारों में भारतेंदु अग्रगण्य थे। कार्यक्रम का सफल संचालन रूपा और तृषा ने किया तथा अंत में डॉ.राजेश चौधरी ने धन्यवाद दिया।

क्या आपने यह पढ़ा…. Curlies restaurant: सुप्रीम कोर्ट ने कर्लीज रेस्तरां में तोड़फोड़ पर लगाई रोक, सोनाली फोगाट से जुड़ा है मामला…

Hindi banner 02