बाघमारा विधायक ने जेल अधीक्षक पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
रिपोर्ट: शैलेश रावल,धनबाद
धनबाद,02 अगस्त 2020। बाघमारा विधायक ढुलू महतो ने प्रेसवार्ता कर जेल अधीक्षक पर बंदियों की सुविधा में कटौती कर करोड़ों की संपति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए माननीय न्यायालय, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग तथा जिला प्रशासन से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर दस से पंद्रह दिनों के अंदर प्रभारी जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि धनबाद जेल की स्थिति बहुत दयनीय है। एक हजार बंदी जेल में बंद है। इनमें दो से ढाई सौ बंदियों को कोरोना काल में सर्दी, खांसी जैसी बीमारी है, जिनका इलाज सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। जेल प्रशासन के पास कोई बंदी आग्रह करने जाता है तो उसे दूसरे जेल में ट्रांसफर करने की धमकी दी जाती है। कोई भी टीम जेल में जांच करने जाती है तो उसके पहले बंदियों को डरा दिया जाता है।
विधायक ने कहा कि धनबाद जेल में भ्रष्टाचार का प्रमाण दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार सरकार की ओर से प्रत्येक बंदी के लिए ढाई सौ रुपये भोजन के नाम पर आता है। लेकिन एक बंदी के ऊपर मात्र 15 से 20 रुपये भी खर्च नहीं किया जाता है। अगर जेल में किसी भी तरह की अप्रिय घटना घटती है जो इसके लिए जेलर की जिम्मेवारी होगी। वे सभी जांच एजेंसियों को मामले को संज्ञान में देकर लड़ाई लड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि धनबाद जिला भाजपा की पूर्व महिला पदाधिकारी के साथ दुष्कर्म की कोशिश प्रकरण में बाघमारा के विधायक ढुलू महतो को 80 दिन तक जेल में रहना पड़ा। हाई कोर्ट रांची से जमानत मिलने के बाद 31 जुलाई, 2020 को बाहर निकले। इस दाैरान विधायक ने जेल की व्यवस्था को नजदीक से जाना।
जेल से निकलने के बाद विधायक ने धनबाद जेल के जेलर अनिमेष चाैधरी पर जोरदार हमला बोला है। भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। जांच नहीं होने पर अदालत में पीआइएल दाखिल करने की बात कही है।