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Archaeological workshop: वी के एम मे पुरातात्विक कार्यशाला का हुआ समापन

Archaeological workshop: कोर्स कार्यशाला में काशी की मूर्त धरोहरों का किया अवगाहन

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रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 24 अप्रैल:
Archaeological workshop: वसंत कन्या महाविद्यालय के कमच्छा स्थित केंद्रीय सभागार मे उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित छह-दिवसीय कोर्स कार्यशाला के समापन सत्र में 33 प्रतिभागियों को प्रतिभागिता – प्रमाणपत्र वितरित किया गया। सत्र की अध्यक्षता करते हुए मुख्य वक्ता प्रोफेसर विदुला जायसवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में काशी की निरंतर प्रवाहमान संस्कृति को उसके पुरातात्विक प्रमाणों की कसौटी पर परखा।

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उन्होंने छात्रों का आवाह्न किया कि परंपराओं को वैज्ञानिकता से समन्वित करके मूल्य-परक इतिहास को ही स्वीकार करें। इसके पूर्व कार्यशाला के पांचवें दिन क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ सुभाष चंद्र यादव ने काशी की मूर्त धरोहर सम्पदा का विहंगम चित्र प्रस्तुत किया। साथ ही संरक्षित स्मारकों के बारे मे बताते हुए संरक्षण की प्रविधियों को विस्तार से समझाया। समापन सत्र के वक्तव्य में उन्होंने महाविद्यालय को सफल आयोजन की बधाई दी।

प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने कार्यशाला को विचारोत्तेजक और प्रासंगिक बताया। प्राचीन इतिहास विभाग को बधाई देते हुए उन्होंने मौलिक शोधों की परम्परा को समाज के वृहत्तर हित के लिए अति आवश्यक कहा।

वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ शांता चैटर्जी ने कहा कि ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन से शिक्षा के गुणात्मक स्तर में उल्लेखनीय प्रगति सम्भव है। इस अवसर पर डॉ पूनम वर्मा, डॉ प्रीति विश्वकर्मा, डॉ आराधना सिंह, डॉ मंजू कुमारी राय, सुश्री श्रेया देवघर, डी ए वी पी जी कॉलेज से डॉ ओम प्रकाश, वसंत महिला महाविद्यालय से डॉ राजीव जायसवाल उपस्थित रहे। संचालन डॉ नैरंजना श्रीवास्तव और संयोजन डॉ आरती कुमारी का रहा। प्रतिभागी छात्रों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया.

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