1000th Kisan Rail: रेल मंत्री कल मध्य रेल की 1000वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे

1000th Kisan Rail: 03 फ़रवरी को मध्य रेल के भुसावल मंडल के सावदा स्टेशन से आदर्शनगर ,दिल्ली के लिए 1000वीं किसान रेल को हरी दिखाकर कर रवाना करेंगे।

मुंबई, 02 फ़रवरी: 1000th Kisan Rail: अश्‍व‍िनी वैष्णव माननीय रेल,संचार, इलैक्ट्राॅनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री,भारत सरकार कल 03 फ़रवरी को मध्य रेल के भुसावल मंडल के सावदा स्टेशन से आदर्शनगर ,दिल्ली के लिए 1000वीं किसान रेल को हरी दिखाकर कर रवाना करेंगे।

इस अवसर पर माननीय रेल,कोयला एवं खान,राज्य मंत्री भारत सरकार रावसाहेब दादाराव पाटिल दानवे माननीय जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री, महाराष्ट्र सरकार एवं पालक मंत्री, जलगांव गुलाबराव पाटिल, सांसद, रक्षा खडसे एवं माननीय विधायक शिरीष चौधरी उपस्थित रहेंगें।

भारतीय रेल पर पहली किसान रेल (1000th Kisan Rail) अगस्‍त 2020 में देवलाली से दानापुर तक चलाई गई बाद में इसका विस्तार मुज्जफरपुर तक किया गया। 100वीं किसान रेल सांगोला से शालिमार के लिए चलाई गई थी, जिसका शुभारंभ वेबलिंक के माध्‍यम से प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था। ये किसान रेलें महाराष्ट्र एवं देश के किसानों के लिए वरदान साबित हो रहीं हैं।

केंद्रीय बजट 2020-21 के दौरान माननीय वित्‍तमंत्री ने किसानों के पेरिशेबल उत्‍पाद के परिवहन हेतु किसान रेल की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और किसानों के हित में उठाये गए इस कदम ने कृषि उपज के परिवहन से किसानों को होने वाली परेशानी से बहुत राहत पहुँचाई है। किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्‍य से भारत सरकार ने कई कदम उठाये हैं, लेकिन वे सभी योजनाएं तभी लाभकारी होंगी जब उनके उत्पाद सलरता से, सस्‍ते में और समय से बाजार में पहुंचेगे। आज किसान रेल इस लक्ष्‍य की प्राप्ति में एक अहम भूमिका अदा कर रही हैं। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) ने दिनांक 14.10.2020 से फलों और सब्जियों के परिवहन के लिए 50% सब्सिडी की पेशकश की थी। भारतीय रेल यह 50% सब्सिडी किसान रेल पर किसानों/व्यापारियों को भाड़े पर प्रदान करता है।

किसान रेल में पेरिशेबल ट्रैफिक मुख्य रूप से भुसावल और सोलापुर मंडलों के देवलाली , सांगोला , मनमाड , नासिक , भुसावल , रावेर, सावदा स्टेशनों से दानापुर, मुजफ्फरपुर, दिल्ली(आदर्शनगर) ,शालीमार/संकराइल स्‍टेशन आदि तक लोड किया जाता है। सोलापुर क्षेत्र से अनार, नींबू, शिमला मिर्च, लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र के फूल, नासिक क्षेत्र से प्याज, भुसावल क्षेत्र से केला मुख्‍य रूप से लोड किये गये यातायात सभी महत्वपूर्ण एन-रूट स्टेशनों पर लोडिंग और अनलोडिंग सुविधा के साथ नागपुर क्षेत्र से संतरे लोड किये जाते हैं।

समय-सारणी वाली ट्रेनों में कम ट्रांजिट समय के साथ ट्रांजिट में न्यूनतम बर्बादी के साथ किसानों को दूर के बाजारों तक पहुंचने में मदद मिली है। इसके अलावा डिमांड पर आधारित किसान रेल भी चलाई जा रही हैं। अब, उनकी उपज उपभोक्ता तक ताजा पहुंचती है और इस प्रकार उनके उत्पाद की मांग में वृद्धि के साथ साथ उनकी आय में वृद्धि और जीवन में समृद्धि एवं खुशहाली आ रही है।

भारतीय रेल के लिए यह एक एतिहासिक दिन है कि‍ मध्‍य रेल के सावदा स्टेशन से आदर्शनगर, दिल्ली के लिए 1000वीं किसान रेल का शुभारंभ होगा।

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