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Tribute to Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर को याद करते हुए उन्हें श्रद्धाजलि के रूप में शब्द सुमन अर्पित

Tribute to Lata Mangeshkar: ख़ूबसूरत रचनाओं के बीच में से कुछ रचनाओं ने दिलों में ख़ास जग़ह बनाई।

लखनऊ, 08 फ़रवरी: Tribute to Lata Mangeshkar: साहित्यिक मंच ‘कलामंथन’ ने अपने आकार में वृद्धि करते हुए पाँच नए क्षेत्रों का निर्माण किया, जो पाँच विभिन्न नदियों पर आधारित हैं। हर माह भारत के कोने कोने से कलमकार जुड़ते है तथा साहित्यिक रसास्वादन का आनंद लेते है।

वर्ष 2022 ,की पहली काव्यगोष्ठी कलामंथन ‘गंगा’ समूह द्वारा 6 फरवरी को आयोजित हुई। यूँ तो गोष्ठी वसन्त के आगमन पर आयोजित किन्तु इसकी शुरुआत भारत की गौरव स्वर कोकिला लता मंगेशकर को याद करते हुए उन्हें श्रद्धाजलि के रूप में शब्द सुमन अर्पित किए गए।

इस गूगल मीट काव्य समारोह में लगभग 13 कलमकारों ने अपनी बेहतरीन कविताओं का पाठ किया।

काव्य गोष्ठी में सीमा गुप्ता,,प्रियंका गहलोत, डॉ हर्षवर्धन,रजनी सरदाना,प्राची कौशल,सुषमा सौम्या,निवेदिता श्रीवास्तव निवि,अलका निगम,कविता गुप्ता,अर्चना मुकेश मेहता,सुरेखा अग्रवाल,हरप्रीत कौर, व दीपाली सिंह ने अपनी बेहतरीन रचनाओं के साथ शिरक़त की।

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ख़ूबसूरत रचनाओं के बीच में से कुछ रचनाओं ने दिलों में ख़ास जग़ह बनाई। गोष्ठी की शुरुआत सीमा जी के प्रेम गीत”जिसको बांध न पाई अब तक”, से हुई,जिसने काव्य गोष्ठी में श्रृंगार रस का समा बांध दिया ।जिसके बाद सुषमा सौम्या जी , अर्चना मुकेश मेहता और अलका निगम जी के प्रेम गीतों पर सभी श्रोतागण झूम उठे।

डॉ हर्षवर्धन की कविता जीवन दर्शन के सुंदर भावों पर आधारित थी वहीं प्राची कौशल की कविता ने प्रेम में विश्वासघात को कविता के भावों में पिरोया। हरप्रीत जी ने हास्य रस को शाम का हिस्सा बनाया और कविता गुप्ता, निवेदिता निवि ,प्रियंका व रजनी जी ने अपनी कविताओं पर खूब प्रशंसा बटोरी।

कार्यक्रम की संकल्पन व संयोजन मंच की संस्थापिका सरिता निर्झरा जी और कम्युनिटी मैनेजर अंशु श्रीवास्तव जी का था। कार्यक्रम का संचालन ज्योत्स्ना जी और पल्लवी राज जी ने किया।

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