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World cancer day 2022: इन पांच चीजों से बढ़ सकता है कैंसर का खतरा, आज से ही खाना करें बंद

World cancer day 2022: मीठे और रिफाइंड फूड प्रोडक्ट अत्यक्ष रूप से कैंसर के खतरे को जोखिम को बढ़ा सकते हैं

हेल्थ डेस्क, 04 फरवरीः World cancer day 2022: दुनियाभर में हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे (World cancer day 2022) मनाया जाता हैं। इस दिन की शुरूआत 1933 में हुई थी। कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इस दिन को मनाया जाता हैं। इस दिन कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए कई सरकारी और प्राइवेट संस्थाएं कैंप, लेकचर एवं सेमीनार आयोजित करती हैं।

हर साल दुनिया में हजारों लोगों की कैंसर के कारण मौत हो जाती हैं। विश्व कैंसर अनुसंधान के मुताबिक, रोज खाए जाने वाले कुछ ऐसे फूड्स हैं, जो कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। अगर इन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बंद कर दिया जाए तो कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता हैं। अगर आप भी इस गंभीर बीमारी से बचे रहना चाहते हैं और उसके जोखिम को कम करना चाहते हैं तो नीचे बताए हुए फूड्स को खाना बंद करें। आइए जानें……

तला हुआ खाना

तले हुए खाने को तलने के लिए तेल को तेज आंच पर गर्म किया जाता हैं। ऐसा करने से एक्रिलामाइड नाम का यौगिक बनने लगता हैं। अध्ययन के मुताबिक, एक्रिलामाइड यौगिक डीएनए को नुकसान पहुंचाता है, जिससे बीमारियां होने का खतरा काफी बढ़ जाता हैं, जिनमें कैंसर भी एक हो सकता हैं। ऐसे फूड खाने से टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे का खतरा काफी बढ़ जाता हैं। इन स्थितियों में तनाव और शरीर में सूजन बढ़ सकती हैं, जिससे कैंसर का खतरा और अधिक बढ़ सकता हैं।

अधिक पका हुआ खाना

भारतीय घरों में खाना को अधिक पकाने की आदत हैं, जिससे उस खाने से उसके सारे विटामिन और मिनरल नष्ट हो जाते हैं। लेकिन वहीं कुछ लोग खाने को तेज आंच पर या फिर सीधे आग में पकाते हैं और फिर उसका सेवन करते हैं। ऐसा खाना खाने से कैंसर का खतरा काफी बढ़ सकता हैं।

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चीनी वाले और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट

मीठे और रिफाइंड फूड प्रोडक्ट अत्यक्ष रूप से कैंसर के खतरे को जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में चीनी वाली ड्रिंक, बेक्ड फूड, व्हाइट पास्ता, व्हाइट ब्रेड, व्हाइट राइस आदि शामिल हैं। इसके अलावा स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ खाने से डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ सकता हैं। 2020 के एक अध्ययन में डायबिटीज और मोटापे जैसी स्थितियों से भी कुछ तरह के कैंसर का खतरा बढ़ सकता हैं।

शराब

शराब का सेवन करने से लिवर अल्कोहल को एसिटालडिहाइड एक कार्सिनोजेनिक यौगिक में तोड़ देता हैं। जिससे डीएनए को नुकसान होता हैं और इम्यूनिटी फंक्शन में भी समस्या आने लगती हैं। वहीं इससे कुछ तरह के कैंसर का जोखिम बढ़ने लगता हैं।

प्रोसेस्ड मीट

प्रोसेस्ड मीट बनाने के लिए जिन तरीकों का उपयोग किया जाता हैं, वे कैंसर पैदा कर सकने वाले तत्व कार्सिनोजेन्स बना सकते हैं। इसलिए प्रोसेस्ड मीट के सेवन से बचना चाहिए। 2019 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक प्रोसेस्ड मीट मलाशय के कैंसर का मुख्य कारक हैं। प्रोसेस्ड मीट पेट के कैंसर का भी जोखिम बढ़ा सकता हैं।

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