Kashi Vishwanath Corridor inaugurated: काशी में जश्न का माहौल, गंगा घाटों पर 10 लाख दीपों के साथ मानेगी शिव देव दीपावली
Kashi Vishwanath Corridor inaugurated: काशी विश्वनाथ धाम : बाबा दरबार से गंगा तट तक होगी दो टन फूलों की सुवास, पत्तियों से निखरेगी हरियाली छटा
- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण के लिए तैयार
- प्रधानमंत्री के आगमन की सभी तैयारियां पूर्ण
रिपोर्ट : डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 12 दिसंबर: Kashi Vishwanath Corridor inaugurated: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैँ . कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐतिहासिक समारोह में इसका लोकार्पण करेंगें . बाबा के स्वागत हेतु काशी नगरी में चहु ओर जश्न का माहौल है. काशी के सांसद और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आगमन कुछ विशेष बन गया. हो भी क्यों नहीं .. क्योंकि जिस विशेष कार्य हेतु 13 दिसंबर को उनका आगमन हो रहा है, वह न केवल उनका ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है ,बल्कि यह पुनरुद्धार कार्य इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षर में दर्ज़ होने जा रहा है . काशी में गंगा तट से बाबा दरबार तक एकाकार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण पर 13 दिसंबर को पूरे परिसर में पत्तियों से हरियाली छटा तो निखरेगी ही, फूलों की सुवास भी बिखरेगी।
इसके लिए 5,27,730 वर्गफीट में विस्तारित धाम क्षेत्र को लगभग 40 टन फूलों-पत्तियों से सजाया जाएगा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने लखनऊ की एक कंपनी को इसका आर्डर दिया है। साज-सज्जा के लिए ज्यादातर फूल कोलकाता से मंगाए जा रहे हैं। वहीं चंदौली, बनारस और मीरजापुर के किसानों से भी फूल खरीदे जा रहे हैं। फूलों की सजावट के बीच में बुके भी लगाए जाएंगे। इनकी संख्या करीब 51 सौ होगी, जो धाम की दिव्यता और भव्यता में चार चांद लगाएंगे। कंपनी के कर्मचारियों ने मंदिर का निरीक्षण किया।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि रविवार सुबह से कर्मचारी मंदिर की साज-सज्जा में जुट जाएंगे, जो सोमवार की भोर तक सजावट का काम खत्म कर देंगे। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी वर्मा ने बताया कि बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सजावट के लिए कुंद, रजनीगंधा, अस्टर, बनारसी गेंदा, गुलाब, चमेली, स्टार, पाम, जर्बदन, लर, स्टीक, ग्लेडिया (आरेंज, रेड और येलो) के पुष्प और पत्तियों का प्रयोग होगा, जो मंदिर परिसर को महमह कर देंगे। सजावट में सबसे अधिक गेंदे के फूल का प्रयोग किया जाएगा। क्यों कि यह फूल सबसे अधिक टिकाऊ होता है।
चारों दिशाओं में बने भव्य द्वार की सजावट गेंदे के फूलों से की जाएगी। इसमें बीच-बीच में बुके लगाए जाएंगे।लखनऊ से आई टीम ने बातचीत में बताया कि कोलकाता से मंगाए जा रहे रजनीगंधा, कुंद और गुलाब के फूलों से बाबा का गर्भ गृह सजाया जाएगा। इसके अलावा इसमें ग्लेडिया (आरेंज, रेड और येलो), अस्टर, आर्केड, घोड़ा पत्ता का गुलदस्ता भी लगाया जाएगा। यह कार्य रविवार की रात शयन आरती के बाद शुरू होगा जो सोमवार की भोर तक चलेगा।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण पर भाजपा संगठन की ओर से शहर के प्रमुख 33 चौराहे भी सजाए जाएंगे। प्रधानमंत्री के रूट वाले चौराहों को वरीयता के क्रम में सजाया जाएगा। इसके लिए स्थानीय मालियों की मदद ली जा रही है।
गंगा घाटों को 10 लाख दीपों से सजाया जा रहा है. 13 दिसंबर की शाम को सभी दिए जग मग हो जायेंगे. हर घाट की जिम्मेदारी शिक्षकों और गंगा मित्रों को सौंपी जा चुकी है . आदि केशव घाट की जिम्मेदारी संभाल रही वसंत महिला महाविद्यालय की प्रशिक्षु शिक्षिका सुश्री शिप्रा ने बताया कि बाबा काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह में हम सभी सहभागी बन रहे हैं , यह हमारे लिए अत्यंत गौरव का क्षण है. हम अपने विद्यार्थियों के साथ आदि केशव घाट पर दिन में ही पहुंच जायेंगे.
ऐसी ही बातें कई गंगा घाटों की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों ने कहीं . काशी में एक बार पुनः शिव देव दीपावली का अलौकिक आनंद, सम्पूर्ण विश्व के लोग प्राप्त करेंगे. काशी में कंकर कंकर में शंकर का वास है. इस कारण महादेव की नगरी में गली गली से हर हर महादेव का उद्घोष हो रहा है .. बाबा के भक्तों में गजब का उत्साह दिख रहा है.
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