CRPF Mount abu: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, आबू पर्वत की 6 माही बैठक का आयोजन
रिपोर्ट: किशन वासवानी
माउंट आबू, 05 मई: CRPF Mount abu: आंतरिक सुरक्षा अकादमी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, आबू पर्वत के तत्वावधान में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, आबू पर्वत की छमाही बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता डाॅ. प्रेमचंद, कमांडेन्ट द्वारा की गई। उक्त बैठक में गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग से कुमार पाल शर्मा, उप निदेशक मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
बैठक में (CRPF Mount abu) अकादमी के अधिकारीगण तथा मांउट आबू स्थित वायुसेना स्टेशन, खगोल भौतिकी विज्ञान प्रभाग, आयकर विभाग, भारतीय स्टेट बैक, यूनियन बैंक आॅफ इंडिया, केंद्रीय विद्यालय, आकाषवाणी केंद्र, दूर संचार केंद्र, भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला व उप डाकघर इत्यादि के कार्यालय अध्यक्षों/प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मंच का संचालन तथा स्वागत भाषण आंतरिक सुरक्षा अकादमी के निरीक्षक (हिंदी अनुवादक) कमलेश कुमार (सदस्य सचिव) द्वारा किया गया। हिंदी की महत्ता, इसकी सार्थकता एवं राष्ट्रहित में किए गए योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि किसी भी देश की सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक प्रगति में उस देश की भाषा का अहम योगदान होता है एवं इस सूत्र में हिंदी का योगदान अतुलनीय रहा है। साथ ही उन्होंने नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की गठन के पीछे के उद्देश्यों को भी साजा किया।
मुख्य अतिथि कुमार पाल शर्मा, उप निदेशक ने अपने विचारों को रखते हुए हिंदी की यात्रा वृत्तांत को संक्षिप्त शब्दों में बताया साथ ही भारत सरकार राजभाषा नीतियों का उल्लेख कर सभी से अधिकाधिक कार्यालय में कार्य करने हेतु प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया। अध्यक्ष ने अपने आशीर्वचन में कहा कि किसी भी राष्ट्र की संस्कृति की पहचान एवं भावनात्मक एकता का आधार उसकी भाशा होती है। हमारी राष्ट्रीय एकता, पारस्परिक सद्भाव और सौहाद्पूर्ण संबंधों को सुदृढ़ बनाने में हिंदी ने अहम योगदान दिया था। साथ ही उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हिंदी हमारी स्वराज और स्वावलंबन की पहचान थी।
इस समारोह में अकादमी के उप कमांडेन्ट संजय पुनिया, टी.पी. सिंह, सहायक कमांडेन्ट के.के. दूबे, मुकेश कुमार, विजय चौधरी एवं अकादमी परिवार के अन्य कार्मिक भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में सुधीर कुमार, उप कमांडेंट सह राजभाषा अधिकारी ने महात्मा गांधी द्वारा अभिव्यक्त नारा राष्ट्रीय व्यवहार में हिंदी को काम में लाना देश की एकता और उन्नति के लिए आवश्यक है।’’ के साथ ही बैठक में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का आभार अभिव्यक्त करते हुए बैठक का समापन किया गया।