Gujarat Sports Budget: गुजरात सरकार के सहयोग से खेल प्रतिभाओं को मिल रहे हैं अभूतपूर्व अवसर
Gujarat Sports Budget: राज्य का खेल बजट 20 वर्ष में 141 गुना बढ़ कर 352 करोड़ रुपए हुआ
गुजरात सरकार के सहयोग से खेल प्रतिभाओं को मिल रहे हैं अभूतपूर्व अवसर, विशेष प्रशिक्षण से लेकर पोषण तक की सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं
खेल महाकुंभ 2.0 में 53 लाख 66 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया
गांधीनगर, 30अगस्त: Gujarat Sports Budget: आज गुजरात के खिलाड़ियों ने खेल-कूद क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है। एक समय था, जब गुजरात की छवि दाल-चावल खाने वालों के रूप में थी और खेल जगत में गुजरात का नाम-ओ-निशान तक नहीं था, परंतु पिछले दो दशकों में गुजरात के युवा खेल-कूद क्षेत्र में आगे आए हैं और उनकी क्षमता में वृद्धि हुई है। इसका श्रेय गुजरात सरकार के अथक प्रयासों को जाता है।
राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शितापूर्ण नेतृत्व में अनेक नई पहलें, कार्यक्रम और नीतियाँ शुरू किए गए थे, जिनके तहत एथलीट्स को उचित प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता तथा मान्यता प्रदान की गई है। वर्ष 2002 से पूर्व गुजरात का खेल बजट केवल 2.5 करोड़ रुपए था, जो आज 141 गुना बढ़ कर 352 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है।
उल्लेखनीय है कि हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस पर भारत में हर वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
गुजरात में विभिन्न योजनाओं द्वारा खिलाड़ियों को मिल रहा है प्रोत्साहन
राज्य में खेल-कूद के वातावरण को बढ़ावा देने के लिए गुजरात खेल प्राधिकरण (एसएजी या सैग) द्वारा विभिन्न योजनाएँ कार्यरत हैं। इनमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, खेल प्रतिभा पुरस्कार, शक्तिदूत योजना, इनस्कूल योजना, डिस्ट्रिक्ट लेवल स्पोर्ट्स स्कूल, खेल महाकुंभ आदि शामिल हैं। खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिए गुजरात सरकार उन्हें योजना के अनुसार कोचिंग, स्पोर्ट्स किट, स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, यात्रा खर्च, पोषण आदि सुविधाएँ प्रदान करती है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने स्पोर्ट्स पॉलिसी 2022-27 लॉन्च की है, जिसका उद्देश्य राज्य में स्पोर्ट्स इकोसिस्टम को विकसित करना है। इस नीति से गुजरात आने वाले समय में खेलों में अग्रणी बनेगा और राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके सपने साकार करने के अधिक अवसर मिलेंगे।
20 वर्ष में गुजरात ने विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया
गुजरात में आज बड़े पैमाने पर स्पोर्ट्स इवेंट्स का आयोजन हो रहा है और खिलाड़ियों को उनकी प्रतिभा के प्रदर्शन के विशेष अवसर मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गत 2 वर्ष में ही 36वें राष्ट्रीय खेल तथा 19वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट (एनआईडीजेएएम) का गुजरात में सफल आयोजन किया गया। पिछले 20 वर्ष में गुजरात सरकार ने खेल-कूद क्षेत्र में नागरिकों को प्रोत्साहन देने के लक्ष्य के साथ विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया है।
वर्ष 2002 से पहले गुजरात का खेल बजट केवल 2.5 करोड़ रुपए था, जो वर्ष 2024 में 352 करोड़ रुपए के पार हो गया है। 2002 में केवल 3 स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स थे और आज 22 जिलों में 24 जिला स्तरीय व 3 तहसील स्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स एवं नडियाद में हाई परफॉर्मेंस सेंटर कार्यरत हैं, तो स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय में भी अनेक खिलाड़ी स्वदेशी व आधुनिक; दोनों प्रकार के खेलों में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
खेल महाकुंभ से नागरिकों में आया नया जोश, लाखों लागरिक ले रहे हैं भाग
राज्य में खेल-कूद के वातावरण का निर्माण व प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करने तथा खेल-कूद के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी जागृति लाने के उद्देश्य से वर्ष 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा खेल महाकुंभ की नूतन पहल की गई है। खेल महाकुंभ एशिया का सबसे बड़ा ग्रासरूट टैलेंट आइडेंटिफिकेशन एंड डेवलपमेंट प्रोग्राम है।
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इस मेगा स्पोर्ट्स इवेंट से गुजरातियों में नया जोश आया है और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी प्रतिभाएँ सामने आ रही हैं। 9 वर्ष की आयु से लेकर वरिष्ठ नागरिक स्तर के प्रतियोगी इस खेल महाकुंभ में भाग ले रहे हैं। खेल महाकुंभ 2.0 इवेंट में 53 लाख 66 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया। खेल महाकुंभ के विजेता खिलाड़ियों को राज्य सरकार प्रोत्साहन के रूप में आर्थिक पुरस्कार भी देती है।
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