Ganesh

Ganesh utasv 2022: गणेश चतुर्थी को लेकर बाजारों में उत्साह का माहौल, देखें तस्वीरें…

Ganesh utasv 2022: बाजार में ईको फ्रेंडली मिट्टी के गणेश, गोबर से बने गणेश भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए

अहमदाबाद, 30 अगस्तः Ganesh utasv 2022: श्रावण मास के पूर्ण होते ही एक और धार्मिक पर्व गणेश चतुर्थी आ गया है। इस पावन अवसर पर गणेशजी की स्थापना कर उनकी पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी को लेकर बाजारों में उत्साह का माहौल है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दो साल बाद इस बार सरकार ने भगवान गणेश की बड़ी मूर्ति स्थापित करने की छूट दी है। जिससे लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है।

Ganesh 1

इस पर्व पर शहर में विभिन्न प्रकार के गणेश के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संदेश विषयों पर गणपति बप्पा की मूर्तियां दिखाई देती है। हर साल लोगों की मांग के अनुसार मूर्तियां बनाई जाती हैं।

इस साल बाजार में भगवान गणेशजी की कुछ मूर्तियों की काफी मांग है, जिनमें लाल बाग का राजा, दागडू के सेठ, पूजा गणपति, बाजीराव गणपति, सिंहासन वाले गणपति और बाल गणेश शामिल हैं।

फिलहाल मूर्तिकार मांग को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं इस बार बाजार में गुलबाई टेकरा में 09 फीट गणपति की भी चर्चा है। सरकार (गुजरात सरकार) द्वारा केवल 5 फीट की मूर्ति को मंजूरी दी गई थी। भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए इस साल प्रतिबंध हटाया गया था। तो 09 फीट गणपति भी बाजार में नजर आए। इसके अलावा बाजार में ईको फ्रेंडली मिट्टी के गणेश, गोबर से बने गणेश भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

कीमतों में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि

वहीं, दूसरी ओर मांग के विपरीत मूर्ति सामग्री और मूर्तियों की साज-सज्जा में उपयोग होने वाली सामग्री की कीमतों में वृद्धि के कारण बाजार में इसका सामान्य प्रभाव देखा गया है। इसलिए मजदूरी भी बढ़ गई है। जिससे सभी मूर्तियों, चाहे वह पीओपी हो, मिट्टी की मूर्ति या अन्य मूर्तियां। उनकी कीमतों में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

Ganesh 2

मूर्तियों पर से प्रतिबंध हटाने के गुजरात सरकार के फैसले के कारण गुलबाई टेकरा के 5 हजार से अधिक और गुजरात के करीब 20 हजार मूर्ति कारीगरों को फायदा हुआ है। इसके चलते मूर्तिकारों को उम्मीद है कि इतने सालों के नुकसान की इस साल थोड़ी-सी भरपाई की जा सकती है। वहीं, इस बार गणेश उत्सव पहले की तरह ही उत्सव का माहौल दिखाई दे रहा है।

मूर्तिकारों की आजीविका में हुई वृद्धि

बता दें कि पिछले कुछ सालों से सिर्फ 5 फीट की मूर्ति ही नजर आ रही थी, इस साल 1 फीट से 9 फीट तक की मूर्तियां बाजार में देखने को मिल रही हैं। मूर्तियों ने बाजार में एक और आकर्षण पैदा कर दिया है। तो वहीं ऊंची मूर्ति बनाने की छूट मिलने से मूर्तिकारों की आजीविका में भी वृद्धि हुई है।

क्या आपने यह पढ़ा…. CR celebrate shailendra jayanti: मध्य रेल पर सुप्रसिद्ध गीतकार शैलेंद्र जयंती समारोह संपन्न

Hindi banner 02