Sunset Evening: जहां में अलग जहां: पलक साबले
Sunset Evening: डूबती हुई शाम का वो एक मंझर था,सुनहरी सी किरणों का धरती के साथ एक संगम था|वो बैठी हुई किनारों पर मानो अपने विचारों में कही लुप्त थी,ये … Read More
Sunset Evening: डूबती हुई शाम का वो एक मंझर था,सुनहरी सी किरणों का धरती के साथ एक संगम था|वो बैठी हुई किनारों पर मानो अपने विचारों में कही लुप्त थी,ये … Read More
78 साल हुए स्वतंत्रता को,क्या हम सही में स्वतंत्र हो पाए हैं?निर्भया के बाद ये निर्भया,क्या हम रोक पाए हैं?लड़ रहे हैं दुसरो से आजादी के लिए,क्या हम खुद अपनी … Read More
!! प्यार का बंधन !! (Pyar ka bandhan) Pyar ka bandhan: अगस्त का महिना खुशियां लेकर आया है,भाई बहन के प्यार का ये त्योहर लाया है |चारो ओर उत्साह का … Read More
!! बचपन की यादें !!(childhood memories) (childhood memories) आंखो में चमक, होठो पर मुस्कुराहाटघर में दिन भर चहचाहटऐसा था हमारा बचपनन दिन न रात का होश थासिर्फ मस्ती करने का … Read More
!! जिंदगी !! (Jindagi) Jindagi: जितना तुम्हें समझने की कोशिश की है ऐ जिंदगी, तुम उतनी ही उलझति गई होहर पल खुश रहने को कोशिश की है, उतनी बार निराश … Read More