Workshop on Agritech

Workshop on Agritech: आईआईटी बीएचयू में एग्रीटेक पर कार्यशाला संपन्न

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 01 मार्चः
Workshop on Agritech: आई-3 फाउंडेशन, जॉइंट इन्क्यूबेशन सेंटर एवं आरकेवीवाई- रफ्तार एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर, आईआईटी बीएचयू के संयुक्त तत्वाधान में तीन-दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुई। कार्यशाला मे ‘एग्रीटेक भारतीय कृषि क्षेत्र को नया रूप देने के लिए AI और IoT का उपयोग कैसे करें‘ पर विशेष विमर्श हुआ।

कार्यशाला में आईआईटी (बीएचयू), बीएचयू और अन्य कॉलेजों के लगभग ७० प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा कृषि में AI और IoT के इस्तेमाल के तरीके पर ख्याति प्राप्त विद्वानों ने तीन दिनों तक मंथन किया।

कार्यशाला के शुभारम्भ के अवसर पर प्रो. रजनेश त्यागी, निदेशक, आई-3 फाउंडेशन, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी एवं अन्य अतिथिगण प्रो. आर. के. उपाध्याय, आई-3 फाउंडेशन, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी, डॉ संजय सिंह, समन्वयक, जॉइंट इन्क्यूबेशन सेंटर, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी, डॉ संजय सिंह, समन्वयक, जॉइंट इन्क्यूबेशन सेंटर, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी, श्री सुभ्रजीत गुहा, DGM, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, वाराणसी एवं डॉ. प्रसेनजित चनक, कार्यशाला समन्वयक, आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी इत्यादी उपस्थित थे।

क्या आपने यह पढ़ा… Okha-Madurai: ओखा-मदुरै साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के फेरे विस्‍तारित

कार्यशाला के पहले दिन डॉ श्याम कमल ने इंटेलिजेंट फॉर्म कॉन्सेप्ट के बारे में और कृषि विज्ञान संस्थान के प्रो राकेश सिंह ने स्ट्रक्चरल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ़ इंडियन एग्रीकल्चर एंड बिजनेस ऑपच्यरुनिटीज के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार पूर्वक बताया. कार्यशाला के दूसरे दिन यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के अमित कुमार ने एग्रीकल्चर फाइनेंस के बारे में प्रतिभागियों को बताया की कैसे कृषि स्टार्टअप के लिए आसानी से यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया से फाइनेंस उपलब्ध कराया जा सकता है।

इसी तर्ज पर डॉ अभिषेक सिंह ने RKVY-RAFTAAR परियोजना के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया और कृषि स्टार्टअप के लिए कैसे सरकारी अनुदान प्राप्त किया जा सकता है इसके बारे मे बताया। आईआईटी (बीएचयू) के डॉ मयंक स्वर्णकार ने साइबर सिक्यूरिटी एवं स्मार्ट एग्रीकल्चर के मूलभूत चीजों के बारे में प्रतिभागियों से अपने विचार साझा किये। कार्यशाला के दूसरे दिन के अंत में आईआईटी (बीएचयू) के संगणक अभियांत्रिकी विभाग के शोध छात्रों ने विभिन्न सेंसर और उत्पादों पर प्रतिभागियों द्वारा कार्य कराया गया।

कार्यशाला के तीसरे और आखिरी दिन डॉ पी रंजन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन वेटरनरी साइंस के बारे बताया, डॉ ओम जी पांडे द्वारा RIS-एसिस्टेड आईओटी नेटवर्क्स यूजिंग मशीन लर्निंग फ्रेमवर्क, प्रो गुरु प्रसाद सिंह ने एग्रो एंटरप्रेन्योरशिप एवं डॉ ओ.पी.सिंह ने गोबर की खाद और फ़र्टिलाइज़र का मानव स्वस्थ्य पर प्रभाव के बारे में बताया।

कार्यशाला के समापन के अवसर पर आईआईटी (बीएचयू) के प्रो. विकाश कुमार दुबे, डीन, R&D, प्रो गुरु प्रसाद सिंह एवं डॉ ओ.पी.सिंह ने प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरण किया. कार्यशाला के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सभी अतिथियों ने पूरी टीम को बधाई दीं. कार्यशाला के आयोजन मे डॉ प्रसेनजित चनक, डॉ. संजय सिंह, डॉ अभिषेक सिंह, अतनु चक्रवर्ती, सौरभ, नूथन आदि का विशेष योगदान रहा।

प्रतिभागियों ने इस तरह के कार्यशालाओं का आयोजन समय समय पर करते रहने की अपील की. ताकि कृषि प्रधान देश के किसानों को तकनीक का साथ हमेशा मिलता रहे। अंत मे डॉ संजय सिंह एवं डॉ चनक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Whatsapp Hindi Banner
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें