Civil Defence Day

राष्ट्र और समाज सेवा की प्रतिबद्धता दोहराकर पश्चिम रेलवे ने मनाया नागरी सुरक्षा दिवस

Civil Defence Day
पहली तस्वीर में, नागरी सुरक्षा दिवस के अवसर पर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल सभी मंडल रेल प्रबंधकों तथा सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए, जबकि दूसरी तस्वीर में, मुंबई सेंट्रल डिवीजन के डीआरएम  के साथ बातचीत करते हुए। 

अहमदाबाद, 14 दिसंबर: पश्चिम रेलवे की सिविल डिफेंस यूनिट ने शुक्रवार, 11 दिसम्बर, 2020 को विभिन्न स्तरों पर राष्ट्र और समाज की सेवा करने की प्रतिबद्धता को दोहराकर मुंबई के चर्चगेट स्थित पश्चिम रेलवे मुख्यालय के संवाद कॉन्फ्रेंस हॉल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये नागरी सुरक्षा दिवस मनाया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने समारोह की अध्यक्षता की और आयोजन को सम्बोधित किया। पश्चिम रेलवे के सभी मंडल रेल प्रबंधकों और वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारियों के साथ सभी डिवीजनों के सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों ने वेब लिंक के माध्यम से इस कार्यक्रम में भाग लिया।       

Railways banner

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस अवसर पर विभिन्न डिवीजनों के सिविल डिफेंस वालंटियर्स द्वारा नागरी सुरक्षा गतिविधियों के अंतर्गत आपात स्थितियों से निपटने के तरीकों की जानकारी देने वाली लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें सार्वजनिक स्थानों जैसे रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों आदि में अग्निशमन, प्राथमिक चिकित्सा, विभिन्न प्रकार की रस्सा गॉंठों के अलावा बम विस्फोटों और आतंकवादी गतिविधियों से सम्बंधित फिल्में शामिल रहीं। महाप्रबंधक श्री कंसल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए अधिकारियों, नागरी सुरक्षा स्वयंसेवकों और उनके परिवारों को इस अवसर पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने ऐसे सभी जॉंबाज़ स्वयंसेवकों की अनूठी सेवा भावना पर  गर्व व्यक्त किया, जो किसी भी समय ज़रूरत पड़ने पर राष्ट्रीय आपात स्थितियों और आपदाओं की ऐसी सभी परिस्थितियों में समर्पित रूप से भाग लेते हैं।

महाप्रबंधक ने  पटरी पार करने की सामाजिक बुराई को रोकने के लिए स्वयंसेवकों द्वारा लेवल क्रॉसिंग, मेलों आदि में सुरक्षा सेमिनार, पैंपलेट के वितरण और नुक्कड़ नाटक जैसी विभिन्न गतिविधियों के आयोजन और अन्य प्रयासों की सराहना की। श्री कंसल ने  सिविल डिफेंस के क्षेत्र में पारंपरिक पहलुओं के साथ-साथ नई तकनीकों को अपनाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संगठन को आधुनिक तकनीकों के अनुसार खुद को ढालते रहना चाहिये, जिससे वे किसी भी कठिन परिस्थिति का सफल मुकाबला कर सकें। उन्होंने अग्नि / चिकित्सा आपात स्थिति की तर्ज़ पर नागरी सुरक्षा संगठन के लिए भी एकल और एकीकृत फोन नम्बर के निर्धारण का सुझाव भी सबके सामने रखा। विभिन्न डिवीजनों के सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों के साथ बातचीत के दौरान,   श्री कंसल ने आग, भूकम्प और अन्य आपातकालीन स्थितियों के मामलों में सुनिश्चित किये जाने वाले उपायों के बारे में चर्चा की। आयोजन की शुरुआत में, ज़ोनल सिविल डिफेंस कंट्रोलर और डीजीएम (जी) ने महाप्रबंधक, अपर महाप्रबंधक और पश्चिम रेलवे के विभिन्न विभाग प्रमुखों का स्वागत किया और पश्चिम रेलवे के नागरी सुरक्षा संगठन के उद्देश्यों, संरचना और विभिन्न गतिविधियों के बारे में एक पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रदर्शित किया। उन्होंने अंत में सभी का आभार भी व्यक्त किया।          

श्री ठाकुर ने बताया कि नागरी सुरक्षा संगठन का गठन सभी नागरिकों को सैन्य हमलों और प्राकृतिक आपदाओं से बचाने का एक सार्थक प्रयास है।  यह संगठन आपातकालीन संचालन, रोकथाम, तैयारी, प्रतिक्रिया या आपातकालीन निकासी और पुनर्प्राप्ति के सिद्धांतों का उपयोग करता है। नागरी और सरकारी बुनियादी ढांचे पर तोड़फोड़ को रोकने और युद्ध के समय नागरिकों और सामग्रियों पर दुश्मन की कार्रवाई के प्रभावों को कम करने हेतु सरकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा1962 में नागरी सुरक्षा संगठन गठित किया गया था। वर्तमान में, पश्चिम रेलवे के सभी छह डिवीजनों में 600 से अधिक सिविल डिफेंस स्वयंसेवक कार्यरत हैं।