Varansi: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्य जारी है

Varansi: प्रभावित गांवों में फागिंग व कीटनाशक दवाओं के छिड़काव किए जा रहे हैं

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 11 अगस्तः Varansi: जिले (Varansi) में बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। शासन की मंशा के अनुरूप बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक व्यवस्था इस कार्य में बढ़-चढ़कर लगी हुई है। बुधवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तूफानी दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया तथा मौके पर मौजूद अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों तथा राहत शिविरों में रह रहे लोगो को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। इनकी हर सुविधा की हर संभव देखरेख के साथ ही राहत एवं मदद उपलब्ध कराई जाए।

बुधवार को अस्सी स्थित गोयनका संस्कृत महाविद्यालय राहत केंद्र पर रह रहे लोगों को नाश्ते में हलवा एवं चने की घुघुरी उपलब्ध कराया गया। जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बने राहत शिविर में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए हेल्थ कैंप लगाया गया। तहसील सदर अंतर्गत बाढ़ प्रभावित 23 ग्रामों में 1130 राशन किट वितरित किए गए। इसके अलावा मुस्तफाबाद, पिपरी में 105-105, रौना कला, सलारपुर में 50-50 तथा छितौना, चांदपुर एवं रामपुर ढाब में 100-100 सहित कुल 610 राशन किट वितरित किए गए।

बेटावर बंक्षाव में 10 दरी 02 बास्केट 02 मग, छितौना, बभनपुरा एवं चांदपुर में 30 दरी 05 बास्केट 05 मग, सलारपुर में 10 दरी 02 बास्केट 02 मग, पिपरी में 10 दरी, रामपुर ढाब में 10 दरी 04 बास्केट 02 मग तथा जेपी मेहता इंटर कॉलेज राहत शिविर में 25 दरी, 03 बास्केट 02 मग लोगों को उपलब्ध कराए गए।

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चिरईगांव के बाढ़ ग्रस्त मोकलपुर में जीवन रक्षक दवाओं के 50 की तथा 148 किलो भूसा मवेशियों के लिए लोगों को उपलब्ध कराया गया। गोबरहा में तीन राशन के किट, 20 दवाओं के किट तथा 95 किलो भूसा, रामचंद्रपुर में 152 किलो भूसा मवेशियों के लिए उपलब्ध कराया गया। रामपुर गोबराहा राहत कैंप में 63 लोग आश्रय लिए हुए हैं, उनको कुल 58 दवाओं के किट उपलब्ध कराए गए। मुस्तफाबाद में 31 दवा कीट वितरित किए गए।

टिकरी बंधी टूटने से सरायडगरी, तारापुर, टिकरी, नरोत्तमपुर एवं रमना सहित कुल 5 गांव प्रभावित हुए हैं। ग्राम बेटाबर में बाढ़ पीड़ित परिवारों को विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह ने राशन किट उपलब्ध कराये। उन्होंने रमना बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में भी लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराएं।

बेटावर राहत शिविर रह रहे लोगो को दूध, केला वितरित किया गया। ग्राम करसड़ा में 6 परिवारों को दूध एवं केला वितरित किया गया। इस राहत शिविर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र काशीविद्यापीठ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने दौरा कर यहां पर रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी की। मिर्जापुर जिले की साइड बॉर्डर गांव से आए बाढ़ प्रभावित 109 व्यक्तियों एवं 159 पशुओं को शहंशाहपुर में, 53 व्यक्तियों एवं 223 पशुओं को मारुई में तथा 60 व्यक्तियों एवं 68 पशुओं को जमुनीपुर के शेल्टर केंद्रों में रुके हैं। सभी को खाने- पीने व रहने की व्यवस्था की गई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 18 चौकियों पर चिकित्सक की टीम लगाई गई है। 255 एएसवी वायल व 10 लाख क्लोरीन टेबलेट की उपलब्धता हैं। 355 मेडिकल किट का वितरण हुआ। सभी चिकित्सक की टीम अपने अपने क्षेत्र में संबंधित प्रभावित लोगों को उनकी चिकित्साकिय स्थिति के अनुसार आवश्यक औषधियों का वितरण किया जा रहा है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के आसपास फागिंग का कार्य कराया जा रहा है तथा बाढ़ का पानी घटने पर संबंधित क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव कराया जाएगा।

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