Tribal Youth Training Program

Tribal Youth Training Program: आयुष मंत्री ने 15वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र का किया शुभारंभ

Tribal Youth Training Program: कार्यक्रम नेहरु युवा केन्द्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार तथा गृह मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संचालित हो रहा

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 29 नवंबर: Tribal Youth Training Program: 15वां आदिवासी युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश के मंत्री डॉ दया शंकर मिश्र दयालु ने किया। यह कार्यक्रम नेहरु युवा केन्द्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार तथा गृह मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संचालित हो रहा है।

15वां आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.दयाशंकर मिश्र ‘दयालू’ शिविर स्थल जय पब्लिक स्कूल कोरौता अलाउद्दीन में पहुंचकर आदिवासी युवाओं से मुलाकात की। प्रशिक्षण सत्र का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।

उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद दुनिया की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। सभी का खानपान वेशभूषा, रहन-सहन, भले ही अनेक है पर सबका दिल एक है। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में भले ही चिकित्सा पद्धति अलग-अलग है पर नेचुरल पैथी एक है। स्वामी विवेकानंद को आदर्श मानते हुए उनकी याद सभी को दिलाई और कहा कि वह अक्सर कहा करते थे कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का विकास होता है।

उन्होंने नेहरू युवा केंद्र संगठन के प्रयास स्वागत किया जिसके माध्यम से आदिवासी क्षेत्र से आए हुए युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सेवानिवृत्त जिला विकास अधिकारी डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा ने अपनी बात आदिवासी युवाओं के मध्य रखते हुए शिक्षा को व्यक्ति का तीसरा नेत्र बताया।

उन्होंने युवाओं का शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक बताया क्योंकि शिक्षित युवा ही देश के मजबूत भविष्य की नींव रख सकते है। उन्होंने जिज्ञासु युवक युवतियों के बीच विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जिसमे युवाओं से जुड़ी हुई योजनाओं जैसे एकलव्य स्कूल, हर घर जल ,राष्ट्रीय आजीविका मिशन मुख्य रहे।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर बाला लखेंद्र ने कहा कि सभी के धर्म अलग-अलग हो सकते हैं किंतु सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म है। उन्होंने युवाओं के उत्तरदायित्वो के निर्वहन का बोध भी कराया। सुरेश कुमार पांडे ग्राम विकास संस्थान के प्रशिक्षक ने प्रधानमंत्री के फ्लैगशिप कार्यक्रम विशेष कर आदिवासी क्षेत्रो के लिए किये जा रहे विकास के प्रयासों का पी.पी.टी. के माध्यम से समस्त योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

योग, स्वच्छता अभियान सहित दैनिक दिनचर्या के उपरांत प्रातः काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन, गंगा दर्शन सारनाथ सहित ऐतिहासिक स्थलों का प्रतिभागियों को भ्रमण कराया गया। प्रतिदिन की भांति रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

इस अवसर पर आयुष मंत्री के पीआरओ गौरव राठी, डॉ उषा रानी आकाशवाणी उद्घोषिका, जय पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष विवेक शंकर, निदेशक सुमन सिंह, अश्वनी त्रिपाठी मंडल प्रभारी, जिला युवा अधिकारी मिर्जापुर प्रतीक साहू, रामगोपाल चैहान, समस्त जनपदो के स्कार्ट एवं अन्य स्वयंसेवक उपस्थित थे।

अतिथियों का स्वागत नेहरू केंद्र के निदेशक कपिल देव राम ने किया। संचालन लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चंद्र प्रसाद एवं अंगद सिंह यादव ने किया।

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