Seven day workshop concludes in Varanasi: वाराणसी में भाषा शिक्षण पर चल रहे सप्तदिवसीय कार्यशाला का समापन
Seven day workshop concludes in Varanasi: वसंत महिला महाविद्यालय में आयोजित कार्यशाला के समापन दिवस पर नई दिल्ली के प्रोफेसर भारत भूषण का ज्ञान वर्धक व्याख्यान
- मुख्य अतिथि ने भाषा शिक्षण की सार्वभौमीकरण एवं आवश्यकता पर विशेष प्रकाश डाला
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 18 अप्रैल: Seven day workshop concludes in Varanasi: शिक्षा विभाग वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट द्वारा सप्त दिवसीय कार्यशाला का सफलता पूर्वक समापन हो गया. इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो0 अलका सिंह ने अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए विभाग की सभी अध्यापकों को बधाई दी. आपने कार्यशाला में सक्रियता से भाग लेने वाली छात्राओं को शुभाशीष दिया.
अंतिम दिवस के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संस्कृत महाविद्यालय, नयी दिल्ली के भूतपूर्व विभागाध्यक्ष प्रो0 भारतभूषण ने भाषा -शिक्षण के उद्देश्य, महत्व और भाषा-शिक्षण की सार्वभौमीकरण एवं भाषा-शिक्षण की आवश्यकता पर सुंदर व्याख्यान प्रस्तुत किया। इन्होंने हिंदी ,संस्कृत और अंग्रेजी तीनों भाषाओं में अपने वक्तव्य को रखा।
Seven day workshop concludes in Varanasi: डॉ विभा सिंह पटेल ने मुख्य अतिथि का विस्तृत परिचय दिया। सम्पूर्ण कार्यशाला का संचालन डॉ0 आशा पाण्डेय ने किया। अंतिम दिवस पर प्रतिभागियों से सात दिनों के कार्यशाला के अनुभवों को लिया गया। शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस सप्त दिवसीय कार्यशाला में विद्यार्थियों ने भाषा शिक्षण में नवाचार एवं सृजनात्मकता कैसे लाई जाए ? भाषा-शिक्षण की पाठ-योजना निर्माण मे किन बिंदुओं पर विचार किया जाए कि पाठ-योजना रुचिकर और आकर्षक हो…. वाक्य संरचना में बारीक त्रुटियों को कैसे समाप्त किया जाए…. सहायक-सामग्रियों का उचित प्रयोग एवं भाषा का सार्वभौमीकरण एवं महत्व को सीखा।
इस कार्यशाला में वसंत महिला महाविद्यालय के शिक्षा विभाग की भाषा-शिक्षण की सभी अध्यापिकाओं डॉ0सुजाता शाहा , डॉ0 आशा पांडे, डॉ0 विभा सिंह पटेल, सुश्री रंजीता मारक ने कार्यशाला में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया । सभी प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता ने कार्यशाला को सजीवता प्रदान की।