Indian Vegetable Research Institute Celebrates its 33rd Foundation Day

Indian Vegetable Research Institute Celebrates its 33rd Foundation Day: भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने अपना 33वाँ स्थापना दिवस मनाया

Indian Vegetable Research Institute Celebrates its 33rd Foundation Day: सब्जियों द्वारा कृषि विविधिकरण किसानों की आय दुगुनी करने में सहायक: डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा

वाराणसी, 29 सितंबर: Indian Vegetable Research Institute Celebrates its 33rd Foundation Day: भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने अपना 33वाँ स्थापना दिवस मनाया। इस समारोह के मुख्य अतिथि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा थे। समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश तथा डॉ. तिलक राज शर्मा, उप महानिदेशक (फसल विज्ञान और बागवानी विज्ञान), आईसीएआर, नई दिल्ली उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान परिसर में हाई-टेक वेजिटेबल नर्सरी के उद्घाटन एवं वृक्षारोपण के साथ हुई। संस्थान के निदेशक डॉ तुषार कांति बेहेरा ने अपने स्वागत संबोधन में संस्थान की अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला एवं 2047 तक सब्जी उत्पादन दोगुना करने की कार्ययोजना का विवरण दिया।

मुख्य अतिथि डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा ने अध्यक्षीय संबोधन में भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान के शोध कार्यों की प्रसंशा करते हुए कहा कि भारत के सब्जी उत्पादन परिदृश्य में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि सब्जियों के माध्यम से कृषि विविधिकरण करके किसान अपनी आय बढ़ा सकते है।

उन्होंने आशा जताई कि हाई-टेक वेजिटेबल नर्सरी के माध्यम से किसानों को रोपण सामग्री सहजता से उपलब्ध होगी जिससे उत्तर प्रदेश के लाखों किसान लाभान्वित होंगे। आपने कहा कि सब्जियों की खेती को रोजगारपरक बनाने की आवश्यकता है तथा जलवायु परिवर्तन, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, अधिक उत्पाद मूल्य एवं प्रसंस्करण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर शोध समय की मांग है।

डॉ देवेश चतुर्वेदी ने अपने संबोधन में बताया कि, उत्तर प्रदेश सब्जी उत्पादन में अग्रणी राज्य है तथा पूर्वांचल के किसान अब सब्जियों का विदेशों में निर्यात करके अधिक आय अर्जित कर रहे हैं। डॉ तिलक राज शर्मा ने बताया कि भारत सब्जी उत्पादन में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है तथा पिछले वर्ष 7000 करोड़ से अधिक मूल्य की सब्जियों का निर्यात किया गया है।

इस अवसर पर संस्थान के विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन किया गया एवं वर्षोपरांत सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए वैज्ञानिक वर्ग में प्रदीप करमाकर, तकनीकी वर्ग में सुधीर कुमार एवं कृषि विज्ञान केंद्र में डॉ मनोज कुमार पांडे को प्रशस्ति पत्र दिया गया तथा स्कूली छात्रों को पुरस्कार वितरित किये गए। इस अवसर पर एक कृषि प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

समारोह में पीएमओ के अधिकारीगण, कौशल राज शर्मा, आयुक्त वाराणसी मंडल, एस. राजलिंगम, जिलाधिकारी, वाराणसी, डॉ. संजय कुमार सिंह, महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद, लखनऊ, राज्य के कृषि और बागवानी विभागों के अधिकारी गण, संस्थान के सभी वैज्ञानिक, तकनीकी, प्रशासनिक अधिकारी, सहायक कर्मचारी, शोध छात्र, एवं बड़ी संख्या में किसान तथा स्कूली छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. धनन्जय प्रताप सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. सुधाकर पाण्डेय सहायक महानिदेशक (बागवानी), आईसीएआर ने किया।

प्रमुख सचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने शहंशाहपुर स्थित गोवर्धन गैस प्लांट का निरीक्षण किया

प्रमुख सचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने अडानी समूह द्वारा संचालित शहंशाहपुर स्थित गोवर्धन गैस प्लांट का दौरा करते हुए वहां गोबर के प्रयोग से बन रही जैविक खाद व सीवीजी गैस को भी देखा गया। उन्होंने वहाँ संचालित पूरे प्लांट की रूप रेखा को देखते हुए गोबर गैस के अवशेष से बनने वाली नैनो फर्टिलाइजर यूनिट का भी निरीक्षण किया गया तथा उससे लाभान्वित किसानों से बातचीत करते हुए उनसे उसके फायदे के बारे में भी जानकारी ली।

इस अवसर पर किसानों द्वारा बताया गया कि इसके प्रयोग से खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने तथा इससे रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को 50% तक कम करने में मदद मिली है। सीवीजी पम्प के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि यह सीएनजी से सस्ती होने के साथ ही वाहनों के माइलेज में भी लाभदायी है। प्रमुख सचिव द्वारा संस्था में पौधरोपण भी किया गया।

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