IIT BHU science week: आईआईटी (बीएचयू) में विज्ञान सप्ताह का भव्य शुभारंभ
- पूर्व कुलपति प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान ने किया विज्ञान सप्ताह का उद्घाटन
IIT BHU science week: अमृत महोत्सव के तहत भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए 22 से 28 फरवरी तक ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते (विज्ञान सप्ताह) समारोह
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 23 फरवरीः IIT BHU science week: आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आईआईटी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सप्ताह व्यापी विज्ञान महोत्सव (IIT BHU science week) का भव्य शुभारंभ हुआ। ख्यात वैज्ञानिक एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान ने महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत के वैज्ञानिक पूरे विश्व में मानवता की सेवा कर रहे हैं। युवाओं में वैज्ञानिक टेम्परामेंट विकसित करने हेतु इस तरह के आयोजन बहुत लाभप्रद सिद्ध होते हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत विज्ञान और प्रद्योगिकी के योगदान को प्रदर्शित करने हेतु 22-28 फरवरी तक विज्ञान सप्ताह (विज्ञान सर्वत्र पूज्यते) मनाया जा रहा है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय और संस्कृति मंत्रालय के नेतृत्व में विज्ञान प्रसार पूरे देश में इस आयोजन का समन्वय कर रहा है। देशभर में 75 जगहों पर ‘विज्ञान सप्ताह का आयोजन हो रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में वाराणसी स्थित आई.आई.टी. (बी.एच.यू.) को यह मौका मिला है। वाराणसी के लिए गौरव की बात है। इसके तहत 22 फरवरी 2022 को आई.आई.टी. (बीएचयू) में विज्ञान सप्ताह आरंभ किया गया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) दुर्ग सिंह चौहान की गरिमामय उपस्थिति कार्यक्रम में हुई। प्रोफेसर चौहान डॉ॰ए॰पी॰जे॰ अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय और उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति रहें साथ में अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रम नासा में वैज्ञानिक के तौर पर कई वर्षो तक सेवा देते रहें। उन्होंने अपने व्यक्तव्य में भारत के पुरातन वैज्ञानिक दृष्टिकोण जिसमे बौद्ध और जैन सभ्यता के समय के दार्शनिको के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया। आपने वर्तमान परिदृश्य के साथ ही भारत में अगले कुछ दशकों में, विज्ञान से होने वाले आर्थिक सामाजिक बदलाव की संभावनाओं पर बात रखी।
आई.आई.टी. (बी.एच.यू.) के स्टूडेंट्स अफेयर्स डीन प्रोफेसर लाल प्रताप सिंह ने अतिथियो का स्वागत किया। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सतीश कनौजिया ने विज्ञान सप्ताह के कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। विज्ञान सप्ताह के प्रथम दिन के आरम्भिक कार्यक्रम में प्रोफेसर राजेश कुमार व अन्य अध्यापको की गरिमामय उपस्थिति रही. डॉ सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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इस महोत्सव में वाराणसी जिले और आस पास के तमाम विद्यालयों को संस्थान की तरफ से विज्ञान सप्ताह में शरीक होने का आमंत्रण भेजा गया। जिसके तहत जवाहर आदर्श विद्यालय- वाराणसी के प्रधानाचार्य भरत राम विश्वकर्मा, विद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ विज्ञान सप्ताह के पहले दिन का हिस्सा बने। लगभग 150 प्रकार की विज्ञान की पोस्टर प्रदर्शनी, विज्ञान आधारित पुस्तक मेला, रोबोटिक्स आधारित उपकरण की प्रदर्शनी, नक्षत्र विज्ञान आधारित प्रदर्शनी का आरम्भ प्रोफेसर (डॉ.) दुर्ग सिंह चौहान ने फीता काट कर किया। प्रदर्शनी को सभी आगंतुकों के लिए सप्ताह भर के लिए खोल दिया गया।
विज्ञान सप्ताह कार्यक्रम के आरंभ को सफल बनाने में सत्येंद्र कुमार सत्यार्थी पीएचडी स्कॉलर, आई.आई.टी. (बी.एच.यू.) महासचिव (खेल परिषद) अमरेंद्र प्रताप सिंह, शशांक प्रकाश, पुनीत रिहान (फिल्म एंड मिडिया परिषद), सत्यम त्यागी (विज्ञान और प्राद्यौगिकी परिषद), संस्कृति चौधरी (सांस्कृतिक परिषद), गजानंद गोविन्द राव इंग्ले (समाज सेवा परिषद) इत्यादि सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।