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Gujarat in urban development sector: शहरी विकास क्षेत्र में गुजरात का बोलबाला…

  • स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत गुजरात के छह शहरों में 8000 करोड़ रुपए से अधिक के खर्च से 281 विकास कार्य हुए पूर्ण

Gujarat in urban development sector: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात में पिछले डेढ़ वर्ष में कुल 124 टीपी स्कीमों को मंजूरी

गांधीनगर, 06 जुलाईः Gujarat in urban development sector: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत को 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक एक जी20 देशों की एक वर्ष की अध्यक्षता प्राप्त हुई है। इस एक वर्ष की जी20 अध्यक्षता के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए पूरे भारत में बैठकों का आयोजन हो रहा है।

इन अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में एक अहम मुद्दा शहरीकरण और शहरी सुविधाओं को विकसित करना है। इसके लिए जी20 के सदस्य देशों के शहरों के एक संगठन अर्बन ट्वेन्टी यानी यू20 का गठन किया गया है। भारत की अध्यक्षता में इस वर्ष छठी यू20 समिट का आयोजन हो रहा है और गुजरात के लिए यह गर्व की बात है कि दुनिया की पहली हेरिटेज सिटी अहमदाबाद को यू20 की मेजबानी का अवसर मिला है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व और मार्गदर्शन में छठी यू20 साइकिल की यू20 मेयोरल समिट 7 से 8 जुलाई के दौरान गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित हो रही है। इस बैठक में विभिन्न देशों के महापौर और गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।

यू20 मेयोरल समिट में मुख्य रूप से शहरी सुशासन के ढांचे की पुनर्खोज और डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करने, पर्यावरण संरक्षण के लिए जिम्मेदारीपूर्ण बर्ताव को प्रोत्साहित करने, जल सुरक्षा सुनिश्चित करने, क्लाइमेट फाइनेंस को गति देने और स्थानीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था में चैंपियन होने जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। ये सभी शहरों के भविष्य के विकास पर आधारित हैं।

शहरी विकास की बात करें, तो गुजरात भारत का सर्वाधिक औद्योगिकीकरण और शहरीकरण वाला राज्य है। तत्कालीन मुख्यमंत्री और भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात पिछले दो दशकों में असाधारण शहरीकरण का गवाह बना है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में आज गुजरात शहरीकरण की दिशा में लंबी छलांग लगा रहा है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में पिछले डेढ़ वर्षों की अवधि में 124 नगर नियोजन योजनाओं (टाउन प्लानिंग स्कीम-टीपी) को मंजूरी दी गई है, जो राज्य में शहरीकरण की प्रक्रिया को तेजी दे रही है।

भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के अंतर्गत गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, गांधीनगर और दाहोद सहित 6 शहरों का चयन किया गया है। इस मिशन के अंतर्गत चयनित छह शहरों में 8963 करोड़ रुपए की लागत से कुल 281 विकास कार्य पूरे किए गए हैं। इस मिशन के तहत सूरत शहर देश भर में पहले स्थान पर जबकि अहमदाबाद तीसरे स्थान पर है। वहीं, गुजरात राज्य इस मिशन के तहत पांचवे स्थान पर है।

यूं तो सूरत स्मार्ट सिटी बन ही रहा है, लेकिन सूरत के हीरा उद्योग के विकास के लिए तथा हीरा, अन्य कीमती पत्थरों और आभूषणों के आयात-निर्यात एवं व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सूरत में ‘डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल सिटी’ (ड्रीम सिटी) का निर्माण किया जा रहा है।

ड्रीम सिटी के निर्माण का उद्देश्य हीरे के उत्पादन और व्यापार से जुड़े संस्थानों को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे की सुविधा मुहैया कराना है। इसके चलते हीरा, कीमती पत्थर और आभूषण उद्योग को समर्थन देने के लिए भारत में एक इंटरनेशनल ट्रेडिंग सेंटर स्थापित करने में मदद मिलेगी।

विशाल सड़क एवं रेल नेटवर्क, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों तथा बंदरगाहों के विकास के साथ गुजरात में एक सुविकसित परिवहन नेटवर्क है, जो लोगों को बेहतरीन कनेक्टिविटी सुविधा प्रदान करता है। आज पूरे राज्य में तेजी से बढ़ रहे यातायात के प्रबंधन के लिए ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।

विशेषकर, राज्य के चार महानगरों- अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा और सूरत में ओवरब्रिज और अंडरब्रिज के निर्माण के जरिए एक सुदृढ़ सड़क नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है, जिससे नागरिकों के लिए परिवहन सुगम एवं आसान हो गया है।

तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में एक मजबूत रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने का संकल्प किया था। उन्होंने गुजरात में मेट्रो रेल चलाने का स्वप्न देखा था और अहमदाबाद एवं सूरत मेट्रो रेल परियोजनाओं की शुरुआत की थी। आज मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार के दौर में यह सपना वास्तविकता में बदल गया है।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो के पहले चरण के अंतर्गत थलतेज से वस्त्राल रूट पर मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखाई थी। सूरत मेट्रो का काम भी तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में गांधीनगर रेलवे स्टेशन से नई वंदे भारत ट्रेन का भी उद्घाटन किया था, जो गांधीनगर से मुंबई तक दौड़ रही है। यह देश की पहली ऐसी वंदे भारत ट्रेन है, जो ‘कवच’ तकनीक से लैस है और देश में ही विकसित हुई है।

राज्य सरकार ने हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों का भी अत्याधुनिक विकास किया है। भारत सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ के अंतर्गत राज्य के 9 हवाई अड्डों पर 18 रूटों के द्वारा हवाई सेवाएं शुरू की गई हैं। राजकोट में आद्यतन सुविधा वाला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए सरकार ने 924 हेक्टेयर जमीन निःशुल्क आवंटित की है।

आज राज्य के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और निचले मध्यमवर्गीय परिवारों का ‘अपना घर’ का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत राज्य के शहरी क्षेत्रों में 7.50 लाख आवासों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, राजकोट शहर में लाइट हाउस प्रोजेक्ट के अंतर्गत मोनोलिथिक कंक्रीट कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी के उपयोग से आवास बनाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 1144 आवास बनाए गए हैं।

राज्य की सभी 8 महानगर पालिकाओं तथआ 156 नगर पालिकाओं में व्यक्तिगत शौचालयों की सेवा उपलब्ध कराने में गुजरात देश का अग्रणी राज्य है। गुजरात पूरे भारत में शहरी क्षेत्र में सर्वप्रथम खुले में शौच मुक्त राज्य घोषित किया गया था।

गुजरात के सभी शहरों में नागरिकों को गैस, बिजली और पानी की उत्तम सुविधाएं मिल रही हैं। आज शहरों के सुव्यवस्थित एवं सुनियोजित विकास से राज्य के शहरों में रहने वाले लोग ‘ईज ऑफ लिविंग’ यानी जीवन जीने की सुगमता का अनुभव कर रहे हैं।

गुजरात अपने विकासशील औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जाना जाता है, जिसमें पेट्रोकेमिकल्स, टेक्सटाइल्स, फार्मास्यूटिकल्स तथा डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग सहित हीरो उद्योग का समावेश होता है। इन उद्योगों ने शानदार निवेश आकर्षित किए हैं और रोजगार के अवसरों का सृजन किया है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने बसने के लिए शहरों का रुख किया है और इसके चलते राज्य की शहरीकरण की प्रक्रिया को गति मिली है।

गुजरात के मुख्य शहरों- अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में उल्लेखनीय शहरीकरण हुआ है। इन शहरों में हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, शॉपिंग मॉल्स, शैक्षणिक संस्थानों, स्वास्थ्य सुविधाओं और मनोरंजन स्थलों सहित आधुनिक ढांचागत सुविधाओं का विकास तथा वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों का विकास सहज ही ध्यान आकर्षित करता है। इन शहरी क्षेत्रों में सुविधाओं और अवसरों की उपलब्धता ने ग्रामीण क्षेत्रों से शहरो की ओर स्थानांतरण को और गति दी है।

इसमें भी अहमदाबाद शहर भारत का प्रथम हेरिटेज सिटी है। अहमदाबाद गुजरात का सर्वाधिक अद्यतन शहर है, जो आधुनिकीकरण के साथ-साथ पुरानी धरोहरों को भी संजोकर बैठा है। साबरमती रिवरफ्रंट, बीआरटीएस-जनमार्ग प्रोजेक्ट, मेट्रो ट्रेन और अटल ब्रिज जैसे सफल शहरीकरण प्रोजेक्ट के साथ-साथ अहमदाबाद में पुरानी पोल (संकरी गलियां) संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत से समृद्धि पुरानी इमारतें भी मजबूती के साथ खड़ी हैं।

अहमदाबाद के शहरीकरण और आधुनिकीकरण को देखते हुए यू20 की बैठकों की मेजबानी करने के लिए इस शहर का चयन किया गया है। गुजरात में हुआ शहरीकरण उसकी आर्थिक वृद्धि, औद्योगिक विकास, इंफ्रास्र्तक्चर कनेक्टिविटी और राज्य सरकार की पहलों का परिणाम है।

इस प्रक्रिया ने ग्रामीण क्षेत्रों को गतिशील शहरी केंद्रों में परिवर्तित किया है और निवेश, व्यवसायों और स्थानांतरण करने वालों को आकर्षित किया है। शहरों का विकास राज्य में विभिन्न अवसरों व संभावनाओं को आकर्षित करता है, और इसलिए ही शहरी विकास का प्रबंधन करना और टिकाऊ विकास को सुनिश्चित करना नागरिकों के कल्याण एवं राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।

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