Ganga Tiranga Mahotsav

Ganga Tiranga Mahotsav: वाराणसी में आयोजित हुआ गंगा तिरंगा महोत्सव

Ganga Tiranga Mahotsav: शंकराचार्य घाट पर सार्वभौम गंगा सेवा अभियानम के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों ने गंगा स्वच्छता का लिया संकल्प

  • भारतीय तिथि के अनुसार मनाया गया गणतंत्र दिवस

रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 17 फरवरीः
Ganga Tiranga Mahotsav: संवत 2080 विक्रमी माघ शुक्ल अष्टमी तदानुसार शनिवार को शंकराचार्य घाट पर गंगा सेवा न्यास के तत्वाधान में गठित सार्वभौम गंगा सेवा अभियानम की ओर से गणतंत्र तिथि महोत्सव के शुभ अवसर पर गंगा तिरंगा महोत्सव (Ganga Tiranga Mahotsav) आयोजित हुई।

परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती “1008” महाराज के शुभाशीर्वाद एवं प्रेरणा से गंगा-तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया और भारतीय तिथि के अनुसार सैकड़ों की संख्या में उपस्थित संतों, भक्तों और वैदिक विद्यार्थियों ने गणतंत्र दिवस मनाया तथा गंगा स्वच्छता का संकल्प लिया।

गंगा तिरंगा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्वामी अखंडानंद महाराज के दंडी संन्यासी शिष्य स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज ने कहा कि, ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य महाराज सनातनधर्मियों को वैदिक व भारतीय परम्परा संस्कृति के अनुसार अपना हर त्योहार व पर्व मनाने हेतु प्रेरित कर रहे हैं ताकि सनातनधर्मी अपनी जड़ से जुड़े रहें।

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महोत्सव का प्रारंभ गणेश पूजन, ध्वज पूजन से हुआ। जिसके अनन्तर ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, राष्ट्र नदी गंगागान, वैदिक राष्ट्रमंत्र, विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्रध्वज नमन, पथ सञ्चलन, अतिथियों द्वारा आशीर्वचन, राष्ट्रगीत आदि कार्यक्रम संपन्न हुआ।

गंगा तिरंगा महोत्सव में विशिष्ट अथिति के रूप में उपस्थित वेदांताचार्य श्रीभगवान दास महाराज ने कहा कि, जो समाज अपने परम्परा व संस्कृति से जुड़ कर नही चलता उसका विनाश हो जाता है। शङ्कराचार्य महाराज के नैष्ठिक ब्रह्मचारी शिष्य परमात्मानन्द ने कहा कि शास्त्र में कहीं भी अलग से भारत माता का वर्णन नहीं आता है।

भारत माता कौन है कैसी दिखती है ऐसा कहीं भी वर्णन नहीं है। वास्तव में गौ माता ही भारत माता हैं। गौ कटती रहे और हम भारत माता की जय करे और गणतंत्र दिवस मनाए यह उचित नहीं है। गौ माता के बिना भारत और सनातन धर्म की हम कल्पना ही नहीं कर सकते हैं।

गंगा तिरंगा महोत्सव का संचालन करते हुए ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शङ्कराचार्य महाराज के मीडिया प्रभारी सजंय पांडेय ने कहा कि, ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य महाराज कहते हैं कि हमलोगों के पूर्वजों ने अंग्रेजों से लड़कर राष्ट्र को आजाद कराया। अगर हम उन्हीं अंग्रेजों के अंग्रेजी तिथि के अनुसार अपना त्योहार व पर्व मनाएंगे तो सच्चे अर्थों में हम खुद को आजाद नही कह सकते।

गंगा तिरंगा महोत्सव में आगन्तुकों को महोत्सव के प्रभारी ब्रह्मचारी परमात्मानन्द ने आभार ज्ञापित किया व सभी लोगों को शङ्कराचार्य महाराज का शुभाशीर्वाद प्राप्त हो ऐसी कामना की। गंगा तिरंगा महोत्सव की अध्यक्षता साध्वी पूर्णाम्बा दीदी ने किया।

गंगा तिरंगा महोत्सव में प्रमुख रूप से साध्वी शारदाम्बा दीदी, आचार्य रंजन शर्मा, आचार्य भूपेन्द्र मिश्रा, आचार्य अभिषेक दुबे, त्रिशूलधारी राकेश पाण्डेय, अमित तिवारी, पं सदानन्द तिवारी, शिवकान्त मिश्रा, सुनील शुक्ला, आर्यन सुमन पाण्डेय सहित भारी संख्या में संत, भक्त और वैदिक विद्यार्थी उपस्थित थे।

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