सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयास से कैट्स एंबुलेंस का रिस्पाॅस टाइम हुआ 18 मिनट

सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयास से कैट्स एंबुलेंस का रिस्पाॅस टाइम हुआ 18 मिनट, कोविड मरीजों की जान बचाने में मिली मदद

  • – कोविड मामलों की व्यक्तिगत निगरानी कर रहे सीएम अरविंद केजरीवाल ने गंभीर मरीजों को यथा शीघ्र अस्पताल पहुंचाने का दिया है निर्देश
  • – कोरोना से हो रहे मौत की संख्या को शून्य पर लाने के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयास से  कैट्स एंबुलेंस की संख्या में की गई वृद्धि, 15 मई तक 160 एंबुलेंस थी, जो 10 अगस्त तक बढ़कर 594 हो गईं
  • – 15 मई को कैट्स एंबुलेंस का रिस्पाॅस टाइम करीब 55 मिनट था, सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयास के बाद 10 अगस्त को घट कर 18 मिनट हो गया
  • अब एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट के अंदर मरीज हो रहे भर्ती

रिपोर्ट: महेश मौर्य

नई दिल्ली, 21 अगस्त, 2020:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कोरोना से होने वाली मौत को शून्य पर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत कैट्स एंबुलेंस के रिस्पाॅस टाइम को घटाकर 18 मिनट अर्थात फोन करने के 18 मिनट के अंदर मरीजों को एंबुलेंस सेवा मिल जा रही है। 15 मई को कैट्स एंबुलेंस का रिस्पाॅस टाइम करीब 55 मिनट था, जो अब सीएम के प्रयास से घट कर 18 मिनट हो गया है। कोविड मामलों की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी कर रहे सीएम अरविंद केजरीवाल ने मरीजों को यथा शीघ्र अस्पताल पहुंचाने का निर्देश दिया है, ताकि उन्हें समय पर इलाज देकर उनकी जान बचाई जा सके। इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रयास से कैट्स एंबुलेंस की संख्या 160 से बढ़ा कर 594 कर दी गई है, जिसके चलते मरीजों को यथा शीघ्र अस्पताल पहुंचाने में मदद मिली है। साथ ही कोरोना से होनी वाली मौत की संख्या को कम करने में काफी हद तक सफलता मिली है। इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रयास से एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट के अंदर मरीज को भर्ती कर लिया जा रहा है। इससे भी कोरोना से होने वाली मौत को कम करने में सफलता मिली है। 


दिल्ली में कोविड-19 से होने वाली मौत को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे बेहद गंभीरता से लिया और मौतों की संख्या शून्य करने के उद्देश्य से डाॅक्टरों और विशेषज्ञों से बात कर उनसे सलाह ली। इस दौरान पता चला कि कई मरीजों को शीघ्र अस्पताल नहीं पहुंचने की वजह से उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाया था। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने संबंधित अधिकारियों को कैट्स एंबुलेंस की रिस्पाॅस टाइम में जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने खुद एंबुलेंस के रिस्पाॅस टाइम की निगरानी शुरू कर दी। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रयास से कैट्स एंबुलेंस की संख्या में वृद्धि की गई। 15 मई तक 160 कैट्स एंबुलेंस थी, जिसे बढ़ाकर 1 जून तक 337 कर दी गई। इसी तरह 30 जून तक इनकी संख्या बढ़ा कर 569 और 10 अगस्त तक यह संख्या बढ़ा कर 594 कर दी गई। 

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कोविड मरीजों की आने वाली काॅल को प्राप्त करने के लिए टेलीफोन लाइनों में भी वृद्धि की गई, ताकि जल्द से जल्द एंबुलेंस को सूचित किया जा सके। 15 मई को 20 लाइनें थी, जिसे बढ़ा कर 1 जून तक 25 और फिर 30 जून तक बढ़ा कर 30 कर दी गई। वर्तमान में 30 लाइनों पर लोगों की काॅल को प्राप्त किया जा रहा है। इन लाइनों पर 15 मई को 750 काॅल आई थीं, जिसमें 222 लोगों ने बाद में एंबुलेंस के लिए इन्कार कर दिया था। इसके अलावा, 1 जून 2020 को 1233, 30 जून को 1034 और 10 अगस्त को 945 काॅल प्राप्त हुई। 


 इस तरह घटता गया एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 
दिल्ली में कैट्स एंबुलेंस की संख्या में की गई वृद्धि के परिणाम स्वरूप रिस्पाॅस टाइम में भारी सुधार आया है। 15 मई को कैट्स एंबुलेंस का रिस्पाॅस टाइम करीब 55 मिनट रिकाॅर्ड किया गया था, जो एक जून 2020 को घट कर 42.58 मिनट पर आ गया। इसी तरह, 30 जून तक घट कर 34.25 मिनट और 10 अगस्त तक रिस्पाॅस टाइम घट कर करीब 18 मिनट पर आ गया है।

 एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट के अंदर मरीज हो रहे अस्पताल में भर्ती
मई – जून में काफी शिकायतें आ रही थीं कि मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचने के बाद एंबुलेंस को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इससे मरीज को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा था। इस समस्या को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गंभीरता से लिया। उनके प्रयास से अब मरीज को लेकर एंबुलेंस के अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट के अंदर भर्ती कर लिया जा रहा है।  इससे भी कोरोना से होने वाली मौत में कमी आई।