CR successfully completed karnak bridge dismantling work: मध्य रेल ने कर्नाक ब्रिज डिसमेंटलिंग का काम सफलतापूर्वक पूरा किया
CR successfully completed karnak bridge dismantling work: कर्नाक ब्रिज (हटाया गया ढांचा) इतिहास के पन्नों में दर्ज, समय से पहले काम हुआ पूरा
मुंबई, 20 नवंबरः CR successfully completed karnak bridge dismantling work: मध्य रेल ने 27 घंटे के ब्लॉक के दौरान कर्नाक ब्रिज को तोड़कर सावधानीपूर्वक योजना बनाने का एक आदर्श उदाहरण पेश किया। 27 घंटे का ब्लॉक सभी छह लाइनों, 7वीं लाइन और यार्ड में सीएसएमटी और भायखला/वडाला स्टेशनों के बीच 19.11.2022 को 23.00 बजे से 21.11.2022 को 02.00 बजे तक किया गया था।
अप और डाउन स्लो लाइन और अप और डाउन फास्ट लाइन समय से पहले बहाल
पहली लोकल ट्रेन CSMT से 15.50 बजे ठाणे कर्नाक ब्रिज डिस्मेंटलिंग साइट से लिए 16.00 बजे रवाना हुई। हार्बर लाइन निर्धारित समय से पहले ही 17.46 बजे बहाल कर दी गई है। हार्बर लाइन पर पहली ट्रेन पनवेल-वडाला लोकल वडाला से 17.46 बजे सीएसएमटी के लिए रवाना हुई और सीएसएमटी-पनवेल लोकल 17.52 बजे सीएसएमटी से रवाना हुई। 7वीं लाइन और यार्ड का काम प्रगति पर है और शेड्यूल प्लान से पहले पूरा होने की उम्मीद है।
पिछले ब्लॉकों से प्रेरणा लेते हुए, विशाल कार्य को पूरा करने के लिए एक अभिनव योजना बनाई गई। ब्लॉक दिवस से पहले ट्रफ और स्लैब कंक्रीट को 100% हटाने, और उपलब्ध कॉरिडोर मार्जिन में ब्रिज के पाथवे को हटाने और स्टैंडबाय क्रेन ने समय से पहले काम पूरा करने में मदद की।
मध्य रेल महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि “यह एक बहुत बड़ा और चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि सभी लाइनों और सीएसएमटी स्टेशन पर यातायात पूरी तरह से बंद थी। व्यापक तैयारी, अभिनव योजना और स्थानीय निकायों साथ समन्वय ने हमें समय से पहले इस विशाल कार्य को पूरा करने में सक्षम बनाया।
व्यापक मैन पॉवर और टीम वर्क के साथ कई बड़ी क्षमता वाली क्रेन और अन्य मशीनरी की तैनाती ने काम को तेजी से पूरा करने में मदद की। इस मेगा ट्रैफिक ब्लॉक का उपयोग अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए भी किया गया था। शैडो ब्लॉक में ट्रैक, ओएचई और सिग्नलिंग के रखरखाव के काम से रेलवे को भविष्य की ब्लॉक अवधि के लगभग 900 घंटे समय की बचत हुई।”
यह सुनिश्चित करने के लिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, भायखला, दादर, ठाणे, वडाला रोड और पनवेल, नासिक, पुणे और अन्य प्रमुख स्टेशनों पर ब्लॉक हेल्पडेस्क खोले गए ताकि यात्रियों को असुविधा न हो। ये हेल्पडेस्क आरपीएफ और स्टेशन स्टाफ की सहायता से चेकिंग स्टाफ द्वारा चलाए गए। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर अतिरिक्त आरक्षण/टिकट रिफंड काउंटर्स भी खोले गए और यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त एटीवीएम सुविधाकर्ताओं को सेवा में लगाया गया।
शॉर्ट ओरिजिनेशन, टर्मिनेशन, मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के रीशेड्यूलिंग और उपनगरीय ट्रेनों की जानकारी के बारे में लगातार घोषणाएं की गईं। ब्लॉक और इसके प्रभावों के बारे में समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे समाचार चैनलों और एफएम चैनलों में पहले से ही प्रचार किया गया था और बल्क एसएमएस और मध्य रेल के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल जैसे ट्विटर, फेसबुक, कू, यूट्यूब और इंस्टाग्राम के माध्यम से व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था।
मध्य रेल इस महत्वपूर्ण ब्लॉक को पूरा करने में अपने यात्रियों के सपोर्ट की सराहना करता है। इस ब्लॉक की निगरानी मध्य रेल के अधिकारियों, निरीक्षकों और इंजीनियरों की एक कुशल टीम ने की थी। साथ ही रविवार के दिन पूरी क्षमता के साथ उपनगरीय ट्रेनें चलाने के लिए पश्चिम रेलवे और प्रखंड प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त बसें चलाने के लिए नगर पालिकाओं की सराहना मध्य रेल करता है।
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