ઘ ઇમેજનરી લવ: પૂજા શ્રીમાળી

પ્રેમ કરુણા દયા લાગણી આ બધું જીવન નું ચાલકબળ છે.પ્રેમએ દરેક વ્યક્તિના જીવનમાં ખુબ જરૂરી છેતેના વિના વ્યક્તિનું વ્યક્તિત્વ અધૂરું છે.પ્રેમ શબ્દ સાંભળતા જ દરેક વ્યક્તિ ના મુખ પર એક અલગ જ પ્રકાર નું સ્મિત આવી જતું હોય છે.દુનિયા માં ઘણા અલગ અલગ પ્રકાર ના માણસો છે અને આ અલગ અલગ પ્રકાર ના માણસો માં પણ અલગ અલગ પ્રકાર ના પ્રેમ હોય છે.દરેક વ્યક્તિ ની પ્રેમ ની પોતાની અલગ પરિભાષા હોય છે. દરેક વ્યક્તિ ને પ્રેમ મહેસૂસ કરવાની જોવાની અને સમજવાની પોતાની આગવી રીતહોય છે.તો આજે આપણે આજ ના સમય માં દરેકે અનુભવેલા એક ખૂબ જ અલગ પ્રકાર ના પ્રેમ વિશે વાત કરીશું.આત્યાર નો આસમય એવું કહી સકાય કે સંપૂર્ણ ટેકનોલોજી ઉપર નિર્ભર છે. ટેકનોલોજીએ આપણા જીવન ને ખુબ સહેલું બનાવી દીધું છે. બીજા લોકો ને ખબર ના પડે  એટલે ખરી ગરમી માં પણ બ્લેંકેટ આખો ઓઢી ને અડધી રાત સુધીવાતો કરવાની.કદાચ અડધી રાત પણ ઓછી કહી હશે. સામે વાળી પાર્ટી જો વધારે નજીકના ડિસ્ટન્સ માં રહેતી હોય તો રોજ અને જો થોરું ડિસ્ટન્સ હોય તો વિક્લી એક વાર અને જો  વધારે ડિસ્ટન્સ હોયતો મહિને દોઢ મહિને એક વાર મળવાનું પ્લાનિંગ કરેલું હોય. થોડાજ સમયમાં એક બીજા ની સાથે આખી જિંદગી જીવવા ના સપના જોઈ લે,નહિ તો સાથે જીવવા મારવા ની કસમોખાઈ લીધી હોય છેઆખો દિવસ વાતો કરી કરીને એક બીજાની એકેય વાત શેર કરવાની બાકી ના રાખી હોય.જો વાત રિસવાની આવે તો પ્રસંગે રિસાયેલા સગા ને પણ ખૂબ પાછળ મૂકી આવે એવી નાની નાની વાતો માં રિસામણા આવી જતા હોય છે.સિચ્યુએશન ના હિસાબ થીવોટસએપઅને ફેસબુક ના એકાઉન્ટમાં સ્ટેટસ અને પોસ્ટ મુકી ને બધાયને  હેરાન કરી મૂકે. બંને પ્રેમી પંખીડાનેતો જાણે આખા આકાશ માં ઉડવા માટે પાંખો મળી ગઈ હોય  એવું જ  લાગતું હોય છે ધીરેધીરે આ પ્રકિયા રેગ્યુલર થઈ જાય છે અને પછી … Read More

आपातकाल : लोकतंत्र का काला अध्याय

भारतीय जनमानस के मस्तिष्क में यह प्रश्न उत्पन्न होना स्वाभाविक हैं कि जून,1975 में अचानक देश में ऐसी कौन सी विकट स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिस कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री … Read More

नहीं हो पाया सुधारों का ‘उदय’, बीते चार सालों में 32 प्रतिशत बढ़ी बिजली सब्सिडी: रिपोर्ट

रिपोर्ट: निशान्त, लखनऊ राज्‍य सरकारों द्वारा बिजली दरों पर दी जाने वाली प्रत्‍यक्ष सब्सिडी में वित्‍तीय वर्ष 2016 से अब तक 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और वित्‍तीय वर्ष 2019 में यह बढ़कर 110391 करोड़ रुपये (15 अरब … Read More

समस्या का समाधान हां या ना में नहीं संवाद में

देश में लगभग एक पखवाड़े से जारी किसान आंदोलन भारत के सशक्त लोकतंत्र का बेहतरीन और विपक्ष की ओछी राजनीति का ताज़ा उदाहरण है। क्योंकि आंदोलन के पहले दिन से … Read More

पेरिस समझौते के लक्ष्य मानवता के सबसे महत्वपूर्ण जनस्वास्थ्य लक्ष्य भी हैं”

रिपोर्ट: निशांत, लखनऊ भले ही COP26 UN जलवायु वार्ता में फ़िलहाल साल भर का समय हो, लेकिन दुनिया भर के डॉक्टरों और तमाम स्वास्थ्यकर्मियों को अभी से ही एकजुट हो जाना चाहिए उस वार्ता … Read More

एक देश एक चुनाव : अर्थ, आयाम एवं चुनौतियां

हाल ही में संविधान दिवस के अवसर पर गुजरात के केवडिया में आयोजित किए गए पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चुनाव सुधारों की अपनी मंशा … Read More

भारतीय भाषाओं के लिए विश्वविद्यालय की पहल स्वागत योग्य है

भारतवर्ष भाषाओं की दृष्टि से एक अत्यंत समृद्ध देश है. यहां की भाषाई विविधता अनोखी है और उनमें अपार संभावनाएं विद्यमान हैं यह उनकी आतंरिक जीवनशक्ति और लोक-जीवन में व्यवहार … Read More

अब तक के तीन सबसे गर्म सालों में शामिल होगा 2020 : संयुक्त राष्ट्र

चरम मौसमी हालात ने कोविड-19 के प्रभाव को और गहरा कर दिया रिपोर्ट: निशान्त, लखनऊ जलवायु परिवर्तन की बेरहम कदमताल 2020 में भी जारी रही। यही वजह है कि यह साल … Read More

गुरुनानक देव जी की सीखें हर काल में प्रासंगिक रहेंगी।

ੴ ਸਤਿ ਨਾਮੁ ਕਰਤਾ ਪੁਰਖੁ ਨਿਰਭਉ ਨਿਰਵੈਰੁ ਅਕਾਲ ਮੂਰਤਿ ਅਜੂਨੀ ਸੈਭੰ ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥ ॥ ਜਪੁ ॥ ਆਦਿ ਸਚੁ ਜੁਗਾਦਿ ਸਚੁ ॥ ਹੈ ਭੀ ਸਚੁ ਨਾਨਕ ਹੋਸੀ ਭੀ ਸਚੁ ॥1॥ एक ओंकार सतनाम, कर्तापुरख, निर्माह निर्वैर, अकाल मूरत, अजूनी सभं. गुरु परसाद ॥ ॥ जप ॥ आद सच, जुगाद सच, है भी सच, नानक होसे भी सच ॥ ये गुरुनानक देव जी के मुख … Read More

घड़ी परीक्षा की है पर हिम्मत न हारें

आज कोरोना की महामारी ने ठण्ड और प्रदूषण के साथ मिल कर आम आदमी की जिन्दगी की मुश्किलों को बहुत बढ़ा दिया है. बहुत कुछ अचानक हो रहा है और … Read More