World Earth Day: जीना है तो धरती की भी सुनें: गिरीश्वर मिश्र

जाने कब से यह धरती मनुष्यसमेत सभी प्राणियों , जीव – जंतुओं और वनस्पतियों आदि के लिए आधार बन कर जीवन और भरण-पोषण का भार वहन करती चली आ रही … Read More

Entrance and Examination: प्रवेश और परीक्षा के भँवर में शिक्षा: गिरीश्वर मिश्र

भारत की जनसंख्या में युवा-वर्ग के अनुपात में वृद्धि के साथ शिक्षा व्यवस्था पर दबाव बढ़ता जा रहा है । लोकतांत्रिक व्यवस्था में ‘सर्वोदय’ की भावना भी है और हमारी … Read More

Ram Navami: ऐश्वर्य और सहज आत्मीयता की अभिव्यक्ति श्रीराम: गिरीश्वर मिश्र

Ram Navami: सनातनी यानी सतत वर्त्तमान की अखंड अनुभूति के लिए तत्पर मानस वाला भारतवर्ष का समाज देश-काल में स्थापित और सद्यः अनुभव में ग्राह्य सगुण प्रत्यक्ष को परोक्ष वाले … Read More

Meaning of mandate: जनादेश का आशय: जनता क्या चाहे ?: गिरीश्वर मिश्र

Meaning of mandate: इसमें कोई संदेह नहीं कि गोवा के सागर तट , उत्तराखंड के पहाड़ , उत्तर प्रदेश कि गंगाजमुनी मैदान और पूर्वोत्तर भारत में पर्वत – घाटी वाले … Read More

Mother toungue: मातृभाषा से ही औपनिवेशिकता से उबरना संभव है: गिरीश्वर मिश्र

Mother toungue: भारत की भाषिक विविधता का अद्भुत विस्तार और उसका सहज स्वीकार प्राचीन काल से इस देश में सामाजिक बर्ताव का अहम हिस्सा रहा है । अथर्ववेद में यह … Read More

देश बड़ा या धर्म?(Country big or religion?)

Country big or religion: देश बड़ा या धर्म?: गिरीश्वर मिश्र Country big or religion: देश की मौजूदा सियासत के हालात कुछ ऐसे हो रहे हैं कि उसकी उठापटक में सभी … Read More

मतदाताओं को एक संबोधन (An address to voters) पूजा आर झीरीवाल

एक विश्लेषण कहता है कि कुछ देश मे आतंकवाद का कारण यह रहा कि वहाँ धर्म को प्राथमिकता दी जाती हैं । अतः इसी नीति से उनकी युवा शक्ति बेरोजगार … Read More

Budget-2022: बुलंद इरादों के साथ चाहिए प्रभावी कार्यान्वयन: गिरीश्वर मिश्र

Budget-2022: अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य की मानें तो सुख या खुशहाली के मूल में धर्म होता है . इस धर्म के मूल में अर्थ यानी विविध प्रकार के संसाधन की व्यवस्था … Read More

नर से नारायण की यात्रा: गिरीश्वर मिश्र(Nar se narayan ki yatra)

इन्हीं के समानांतर धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष के पुरुषार्थों को भी उन्होंने रेखांकित किया. उनका मानना था कि वैयक्तिकता के विरुद्ध जा कर अंतत: साम्यवाद भी व्यक्ति को कुचल … Read More

Mahatma Gandhi Punyatithi: विस्मरण के दौर में महापुरुष का स्मरण: गिरीश्वर मिश्र

~~महात्मा गांधी की पुण्य तिथि~~(Mahatma Gandhi Punyatithi) Mahatma Gandhi Punyatithi: महात्मा, बापू, और राष्ट्रपिता जैसे विशेषणों के साथ स्मरण किये जाने वाले देश के आत्मीय महापुरुष ने बड़ी गहनता के … Read More