PM Modi 5

PM in varanasi: पीएम ने वाराणसी में 2100 करोड़ की लगात से बनी 27 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया

PM in varanasi: पीएम ने यहां 870.16 करोड़ से अधिक लागत वाली 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया और 1225.51 करोड़ की पांच परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी

नई दिल्ली, 23 दिसंबरः PM in varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM in varanasi) ने आज वाराणसी में 2100 करोड़ रुपये की लागत की 27 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसके बाद पीएम ने पिंडरा विधानसभा के करखियांव में जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत महादेव को याद करके की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM in varanasi) ने कहा कि आज का दिन वाराणसी के किसानों और पशुपालकों के लिए बड़ा दिन हैं। पीएम ने यहां 870.16 करोड़ से अधिक लागत वाली 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया और 1225.51 करोड़ की पांच परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।

पीएम ने कहा कि हमारे यहां गाय की बात करना, गोबर धन की बात करना, कुछ लोगों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं जैसे हम गुनाह कर रहे हैं। कुछ लोगों के लिए गाय गुनाह हो सकती है लेकिन हमारे लिए गाय माता हैं। पूजनीय हैं। बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। रामनगर के दूध प्लांट को चलाने के लिए बायोगैस आधारित पावर प्लांट का भी शिलान्यास हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब हमारे गांवों में घर-आंगन में मवेशियों के झुंड ही संपन्नता की पहचान थे और हमारे यहां तो कहा भी जाता था कि हर कोई पशुधन कहता हैं। किसके दरवाजे पर कितने खूंटे हैं, इसको लेकर स्पर्धा रहती थी। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि गायें मेरे चारों ओर रहे और मैं गायों के बीच निवास करूं। ये सेक्टर हमारे यहां रोजगार का भी हमेशा से बहुत बड़ा माध्यम रहा हैं।

क्या आपने यह पढ़ा….. PM kisan yojana: इस तारीख को आ सकती है पीएम किसान योजना की 10वीं किस्त, ऐसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम

पीएम ने कहा कि हमारी सरकार न सिर्फ मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दे रही है बल्कि पशुधन को बचाने के लिए अनेक टीके भी मुफ्त लगवा रही हैं। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि 6-7 साल पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता हैं। यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे हैं।

उन्होंने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरी शक्ति से किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही हैं। आज यहां बनास-काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है, वो भी सरकार और सहकार की भागीदारी का प्रमाण हैं। आज देश की सबसे बड़ी जरूरत डेयरी सेक्टर से निकलने वाले पशुओं के अपशिष्ट को सही इस्तेमाल करने की भी हैं। रामनगर के दूध प्लांट के पास बायोगैस से बिजली बनाने वाले प्लांट का निर्माण ऐसा ही एक बहुत बड़ा प्रयास हैं।

Whatsapp Join Banner Eng