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Central government issued alert regarding monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स को लेकर बढ़ी चिंता, केंद्र सरकार ने जारी किया अलर्ट

Central government issued alert regarding monkeypox: दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर भारत वापस लौटे यात्रियों की सैंपल को जांच के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा जायेगा

नई दिल्ली, 21 मईः Central government issued alert regarding monkeypox: विदेशों में मंकीपॉक्स वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार भी सचेत (Central government issued alert regarding monkeypox) हो गई है। केंद्र सरकार ने सभी अंतराष्ट्रीय एंट्री प्वाइंट जैसे एयरपोर्ट, बंदरगाहों पर निगरानी शुरू कर दी है। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर भारत पहुंचने वाले यात्रियों की सैंपल को जांच के लिए पुणे में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजे जाएंगे।

दुनिया के कुछ देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में हवाई अड्डों और बंदरगाहों के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी सतर्क (Central government issued alert regarding monkeypox) रहने का निर्देश दिया है।

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Central government issued alert regarding monkeypox: स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डों को निर्देशित किया गया है कि मंकीपॉक्स प्रभावित देशों की यात्रा कर लौटे किसी भी बीमार यात्री को तुरंत आइसोलेट कर, नमूने जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की बीएसएल-4 सुविधा वाली प्रयोगशाला को भेजे जाएं। ब्रिटेन, अमेरिका, पुर्तगाल, स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस, इटली और ऑस्ट्रेलिया में भी लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित पाए गए हैं।

क्या है मंकीपॉक्स वायरस

मंकीपॉक्स एक वायरल इन्फेक्शन है, जो पहली बार 1958 में कैद किए गए बंदर में पाया गया था और 1970 में पहली बार इंसान में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले ज्यादातर मध्य और पश्चिम अफ्रीकी देशों में मिलते हैं। साल 2017 में नाइजीरिया में मंकीपॉक्स का सबसे बड़ा आउटब्रेक हुआ था, जिसके 75% मरीज पुरुष थे। अब तक यह बीमारी कुल 11 देशों में फैल चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम भी एक्शन में आ गई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी बताया है, जिसका संक्रमण कुछ मामलों में गंभीर हो सकता है। मंकीपॉक्स संक्रमण के लिए जिम्मेदार वायरस के 2 स्ट्रेन हैं, पहला कांगो स्ट्रेन और दूसरा वेस्ट अफ्रिकन स्ट्रेन। ये दोनों ही स्ट्रेन 5 साल से कम उम्र के बच्चों को अपने संक्रमणका शिकार बनाते हैं। कांगो स्ट्रेन से संक्रमित मामलों में मृत्यु दर 10% और वेस्ट अफ्रिकन स्ट्रेन से संक्रमित मामलों में मृत्यु दर 1% है। ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के जो मामले मिले हैं, उनमें वेस्ट अफ्रिकन स्ट्रेन की पुष्टि हुई है।

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