ICU bed: गंभीर मरीजों को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए डीडीएमए ने लिया महत्वपूर्ण निर्णय
ICU bed: हर दिन होगी आईसीयू में इलाजरत मरीजों के वाइटल्स की जांच, योग्य मिलने पर होंगे डिस्चार्ज
- कंट्रोल रूम से होगी (ICU bed) आईसीयू, नन आईसीयू, डिस्चार्ज, एडमिशन की निगरानी
रिपोर्ट: शैलेश रावल, धनबाद
धनबाद, 28 अप्रैल: ICU bed: गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों को आईसीयू बेड उपलब्ध कराने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद (डीडीएमए) ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
इसकी जानकारी देते हुए उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कोविड कंट्रोल रूम में प्राप्त विभिन्न सूचनाओं का अध्ययन एवं विश्लेषण करने के क्रम में यह बात उभरकर सामने आई है कि कोरोना संक्रमित मरीज जिनका ऑक्सीजन 60-65 या इसके नीचे के स्तर पर है, उन्हें समय पर (ICU bed)आईसीयू बेड नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा अध्ययन में यह भी बात उजागर हुई है कि आईसीयू (ICU bed) में इलाजरत बहुत सारे मरीज स्टेबल होने के बाद भी आईसीयू से डिस्चार्ज होना नहीं चाहते हैं। जिस कारण जरूरतमंद गंभीर रूप से ग्रसित कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर आईसीयू बेड उपलब्ध कराने में बड़ी बाधा उत्पन्न हो रही है।
उपायुक्त ने कहा कि सारे डेटा का विश्लेषण और अध्ययन करने के बाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, ने यह निर्णय लिया है और सभी डेडीकेटेड कॉविड हेल्थ केयर सेंटर एवं अस्पताल तथा निजी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक दिन आईसीयू में भर्ती मरीजों के वाइटल्स की जांच करते हुए तत्काल निर्णय लेकर वैसे मरीज, जो आईसीयू में इलाज के क्रम में स्टेबल हो चुके हैं, उन्हें ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चिकित्सक के देखरेख में नन आईसीयू में रखे। यदि मरीज डिस्चार्ज हेतु पूरी तरह से योग्य हो तो उन्हें डिस्चार्ज करना भी सुनिश्चित करें। जिससे अन्य गंभीर रूप से ग्रसित कोरोना संक्रमित मरीजों को आईसीयू में उपचार मिले और वे भी कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद ने यह भी निर्णय लिया है कि सभी निजी चिकित्सालय संस्थानों को कोविड जांच के लिए आरएटी किट उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे आईसीयू एवं नॉन (ICU bed) आईसीयू में इलाजरत मरीजों की तत्काल जांच कराते हुए उन्हें तत्काल अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सके। जांच के लिए कोई भी चिकित्सालय संस्थान किसी भी मरीज से अतिरिक्त शुल्क नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा कंट्रोल रूम से सभी निजी चिकित्सालय संस्थानों में आईसीयू, नन आईसीयू (ICU bed) में इलाजरत मरीज, उनके डिस्चार्ज, एडमिशन की निगरानी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त निर्देश का गंभीरता से पालन करने के लिए सभी प्रशासनिक नोडल पदाधिकारी, सभी मेडिकल नोडल पदाधिकारी, डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर व अस्पतालों, टाटा जामाडोबा अस्पताल, एशियन जालान अस्पताल, प्रगति नर्सिंग होम, जिम्स, यसलोक अस्पताल, अशर्फी अस्पताल, आम्रपाली, हिलमैक्स, राज क्लीनिक एवं अनुसंधान केंद्र, शक्ति नर्सिंग होम, पाटलिपुत्र नर्सिंग होम, आरोग्य नर्सिंग होम, चक्रवर्ती नर्सिंग होम, चौधरी नर्सिंग होम, पॉपुलर नर्सिंग होम, संजीवनी ग्रामीण मेडिकेयर एवं अनुसंधान केंद्र, सनराइज हॉस्पिटल, ओम साई हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केंद्र, हेल्थी लाइफ केयर अस्पताल, नारायणी नर्सिंग होम, पार्क क्लिनिक को निर्देश दिया है।