12th Dikshant Samaroh Ceremony in Varanasi

12th Dikshant Samaroh Ceremony in Varanasi: वाराणसी में बारहवां दीक्षांत समारोह धूमधाम से संपन्न

  • समारोह में कुल 1660 मेधावी छात्र-छात्राओं को दी गई उपाधि

12th Dikshant Samaroh Ceremony in Varanasi: कुल 66 विद्यार्थियों को 108 मेडल (106 स्वर्ण एवं दो रजत) और पुरस्कार प्रदान किये गए

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 06 अक्टूबर: 12th Dikshant Samaroh Ceremony in Varanasi: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (का.हि.वि.) में शुक्रवार को 12वें दीक्षांत समारोह का आयोजन स्वतंत्रता भवन, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में किया गया। दीक्षांत समारोह में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1660 मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इसमें 954 बीटेक, 247 आईडीडी, 223 एमटेक/एमफार्मा और 44 एमएससी छात्रों को उपाधियों से सम्मानित किया गया।

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दीक्षांत समारोह में कुल 66 विद्यार्थियों को 108 मेडल (106 स्वर्ण एवं दो रजत) पुरस्कार प्रदान किये गए और 192 से अधिक शोधार्थियों को डॉक्टरेट की डिग्री दी गई। संस्थान में बीटेक स्तर पर शैक्षणिक क्षेत्र में संपूर्ण उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए दिव्यांश चंद्र रॉय, बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक समेत पांच स्वर्ण पदक और दो अन्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और संगठनात्मक व नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने के लिए राघव सोनी, बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग को डाइरेक्टर्स स्वर्ण पदक से विभूषित किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (आरएंडडी) के सचिव और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के चेयरमैन डॉ समीर वी. कामत ने छात्र-छात्राओं को मेडल और अवार्ड से सम्मानित किया। पुरस्कार वितरण का संचालन शैक्षणिक कार्य के अधिष्ठाता प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया। इस दौरान मंच पर बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन पद्मश्री डॉ कोटा हरिनारायन, संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन और कुलसचिव (प्रभार) राजन श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

इससे पहले समारोह का शुभांरभ मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण, दीप प्रज्ज्वलन, वैदिक मंत्रोच्चार और कुलगीत के साथ हुआ। दीक्षांत समारोह के आरंभ की घोषणा संचालक मंडल के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ कोटा हरिनारायन ने की। इसके बाद संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धियों की आख्या पढ़ी।

दीक्षांत कार्यक्रम में कुल 09 पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित एलुमिनस/एलुमिना छात्र पुरस्कार 2023-24 से सम्मानित किया गया। इनमें घनश्याम प्रसाद (इलेक्ट्रिकल-1988) को प्रोफेशन क्षेत्र में, प्रोफेसर आलोक गुप्ता (माइनिंग-1988) को एकेडमिक क्षेत्र में, सुधीर सिंह (सिविल-1993) को उद्योग/उद्यमिता क्षेत्र में, मानू के वोरा (केमिकल-1968) को पब्लिक लाइफ, विकास अग्रवाल (केमिकल-1995) एवं सौम्य सरकार (मैकेनिकल-1979) को संस्थान में विशिष्ट सेवा देने के लिए और प्रतीक माहेश्वरी (मैकेनिकल-2011), डॉ अक्षय कुमार राठौर (इलेक्ट्रिकल-2003) और अभिलाष श्रीधरन (मेटलर्जी-2008) को यंग अलुमिनस एचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया।

समारोह में घनश्याम प्रसाद, डॉ अक्षय कुमार राठौर एवं प्रतीक माहेश्वरी उपस्थित रहे, जिन्हें निदेशक द्वारा प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार 2023-24 से सम्मानित कर 51 हजार रुपये का चेक दिया गया। पुरस्कारों की घोषणा अधिष्ठाता (संसाधन एवं पूर्व छात्र) प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने की।

समारोह में अनुसंधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रोफेसर विकास कुमार दूबे, अधिष्ठाता, छात्र कार्य, प्रोफेसर एलपी सिंह, शैक्षणिक कार्य के एसोसिएट डीन, डॉ आरके सिंह, सीनेट के सदस्य, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, समन्वयक, संचालक मंडल के सदस्यगण, शिक्षक, अधिकारी, छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

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