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Friendship with Nature: प्रकृति से दोस्ती होने लगी है..सृष्टि देशमुख

!! प्रकृति से दोस्ती !!(Friendship with Nature)

Friendship with Nature, Shrishti Deshmukh
✍️ सृष्टि देशमुख, जीन, मध्य प्रदेश

Friendship with Nature

प्रकृति से दोस्ती होने लगी है…..
प्रकृति और भी सुंदर लगने लगी है,
ये धरती और भी हरी लगने लगी है,
अब,
इस प्रकृति से दोस्ती होने लगी है….

मैं इन हवाओं संग झूमने लगी हूं,
मेरे संग ये कुदरत भी हसने लगी है,
अब,
इस कुदरत से दोस्ती होने लगी है…..
मौसम का बदलना मनमोहक लगने लगा है,
बसंत और भी रंगीन लगने लगा है,
अब,
इस प्रकृति से सच्ची यारी होने लगी है…..

फूल और पत्तियों संग बाते करने लगी हूं,
पंछियों संग गुनगुनाने लगी हूं,
अब,
इस प्रकृति से दोस्ती होने लगी है…..
ये बादल और भी आकर्षक लगने लगे हैं,
य बहती नदियां, हवा सभी के संग मुस्कुराने लगी हूं,
सच अब,
इस प्रकृति से दोस्ती होने लगीं हैं……

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