Neela 2

प्रकृति और पर्यावरण को जीवंत बनाए रखने की हमारी संस्कृति का परिचायक हरियाली अमावस्या:नीला टकसाली

Neela 2

उज्जैन,20 जुलाई : हरियाली अमावस्या ,धरती पर हरी चादर की हरियाली ओढ़ाने का त्योहार, प्रकृति और पर्यावरण को जीवंत बनाए रखने की हमारी संस्कृति का परिचायक। इस अवसर पर भारत विकास परिषद महाकाल (उज्जैन) के सदस्यों द्वारा विद्यालय प्रांगण में जामुन, नीम, आम और कदम्ब के पौधों का रोपण किया गया।

सावन मास में वर्षा के कारण चारो तरफ हरियाली छा जाती है। श्रावण अमावस्या पर पेड़-पौधों को नया जीवन मिलता है और इनकी वजह से ही मानव जीवन सुरक्षित रहता है, इसलिए प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी हरियाली अमावस्या का बहुत बड़ा महत्व है।

Neela

यह आयोजन भारत विकास परिषद महाकाल द्वारा आयोजित किया था परिषद की अध्यक्षा नीला टकसाली हम प्रकृति से बहुत प्यार करते है धरती पर हमेशा हरियाली की चादर बिछी रहे हम लोगो की इसे साकार करने की कोशिश कर रहे है समाज मे जागृति लाने के लिए भी परिषद द्वारा आयोजन किया जाता है।
श्रीमती टकसाली हमेशा लोगो की सेवा और समाज मे जागृति लाने के लिए कार्यक्रमो का आयोजन करती रहती है ।

**********