Digital Technology & Human life: विचारणीय प्रश्न….
Digital Technology & Human life: मैसेज तो आते हैं पर मेहमान नहीं आते
Digital Technology & Human life: डिजिटल तकनीक ने व्यक्ति और समाज की सोच को खूब प्रभावित किया है। होली-दीपावली की शुभकामनाओं के संदेशे तो बहुत आते हैं। लेकिन मेहमान कोई नही आता। सोचता हूँ ड्राइंग रूम से सोफा हटा दूं या ड्राइंग रूम का कांसेप्ट बदलकर वहां स्टडी रूम बना दूं। दिन भर व्हाट्सएप और फेसबुक के मेसेंजर पर मेसेज खोलते, स्क्रॉल करते और फिर जवाब के लिए टाइप करते-करते दाहिने हाथ के अंगूठे में दर्द होने लगता है। संदेशें आते हैं। बधाईयों का तांता है….. लेकिन मेहमान नदारद हैं।
ये है आज के दौर की दीवाली। त्योहार पर मिलने जुलने का रिवाज खत्म हो चला है। पैसे वाले दोस्त और अमीर किस्म के रिश्तेदार मिठाई या गिफ्ट तो भिजवाते हैं, लेकिन…..घर पर कॉल बेल ड्राईवर बजाता है। वो खुद नही आते। दरअसल घर अब… घर नही रहा। ऑफिस के वर्क स्टेशन की तरह घर एक स्लीप स्टेशन है। हर दिन का एक रिटायरिंग बेस। आराम करिए, फ्रेश हो जाईये. घर अब सिर्फ घरवालों का है। घर का समाज से संपर्क अब बहुत तेजी मे टूट रहा है। मेट्रो युग में समाज और घर के बीच तार शायद टूट चुके हैं।
हमें स्वीकार करना होगा कि… ये बचपन वाला घर नही रहा। अब घर और समाज के बीच में एक बड़ा फासला हो गया है। वैसे भी शादी अब मेरिज हाल में होती है। बर्थडे मैक डोनाल्ड या पिज्जा हट में मनाया जाता है। बीमारी में नर्सिंग होम में खैरियत पूछी जाती है और अंतिम आयोजन के लिए अब लोग सीधे घाट पहुँच जाते हैं। घर पर आने का विभिन्न अवसर लगभग ख़त्म हो चला है… सच तो ये है कि जब से डेबिट कार्ड, एटीएम और यू पी आई (ऑनलाइन पेमेंट) सिस्टम आ गये हैं, तब से…चोर भी घर नही आते.
सोचता हूँ कि चोर आया तो क्या ले जायेगा…फ्रिज, सोफा, पलंग, लैप टॉप..टीवी…कितने में बेचेगा इन्हें चोर? री सेल का मार्केट तो olx ने चौपट कर दी है। चोर को बचेगा क्या? वैसे भी अब कैश तो एटीएम में है, इसीलिए होम डेलिवरी वाला भी पिजा के साथ डेबिट मशीन साथ लाता है या ऑनलाइन पेमेंट लेता है। सच तो ये है कि….अब सवाल सिर्फ घर के आर्किटेक्ट को लेकर ही बचा है। जी हाँ….क्या घर के नक़्शे से ड्राइंग रूम का कांसेप्ट खत्म कर देना चाहिये? इस त्योहार जरा उक्त सवाल पर गौर करियेगा। हालांकि मैं भी इसमें शामिल हूं। प्रश्न विचारणीय है। मैसेज तो आते हैँ, पर मेहमान नहीं आते……
क्या आपने यह पढ़ा… Home Ministry Took A Big Step: मणिपुर में हो रही हिंसाओं को लेकर गृह मंत्रालय ने उठाया बड़ा कदम
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें