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जल संग्रहण की ताजा स्थिति पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 98 प्रतिशत है

देश के 123 जलाशयों में 13 अगस्त 2020 को जल संग्रहण की ताजा स्थिति पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 88 प्रतिशत है और पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 98 प्रतिशत है

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Photo by Frantzou Fleurine on Unsplash

13 AUG 2020 by PIB Delhi

केंद्रीय जल आयोग द्वारा साप्ताहिक रूप से देश के 123 जलाशयों की जल संग्रहण की ताजा स्थिति की निगरानी की जा रही है। इन जलाशयों में से 43 जलाशयों से 60 मेगावाट से ज्यादा की स्थापित क्षमता की पनबिजली प्राप्त होती है। इन 123 जलाशयों की कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता 171.090 बीसीएम है जो कि पूरे देश में अनुमानित जल संग्रहण की ताजा क्षमता 257.812 बीसीएम का लगभग 66.36 प्रतिशत है। दिनांक 13 अगस्त 2020 को जारी किए गए जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध जल संग्रहण की ताजा स्थिति 92.916 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 54% है। हालांकि, पिछले वर्ष इसी अवधि में इन जलाशयों में उपलब्ध जल संग्रहण की स्थिति 105.856 बीसीएम थी और पिछले 10 वर्षों के जल संग्रहण की स्थिति का औसत 94.348 बीसीएम था। इस प्रकार, 13 अगस्त 2020 को जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार, 123 जलाशयों में उपलब्ध जल संग्रहण की ताजा स्थिति पिछले वर्ष की इसी अवधि के जल संग्रहण की तुलना में 88% है और पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 98 प्रतिशत है। तालिका-01 के अनुसार, वर्तमान समय में देश के कुल जल संग्रहण की स्थिति, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम है और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से भी कम है।

उत्तरी क्षेत्र के राज्यों में, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी निगरानी के अंतर्गत 8 जलाशय आते हैं जिनकी कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता 19.17 बीसीएम है। जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन दिनांक 13.08.2020 के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध कुल जल संग्रहण की ताजा स्थिति 9.77 बीसीएम है जो इन जलाशयों की कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 51 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह जल संग्रहण 69% था और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों का औसत जल संग्रहण इन जलाशयों की ताजा जल संग्रहण की क्षमता का 65% था। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान जल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम है और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से भी कम है।

पूर्वी क्षेत्र के राज्यों में, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और नागालैंड शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी निगरानी के अंतर्गत 18 जलाशय आते हैं जिनकी कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता 19.43 बीसीएम है। जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन दिनांक 13.08.2020 के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध कुल जल संग्रहण की ताजा स्थिति 7.79 बीसीएम है जो इन जलाशयों की कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 40 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जल संग्रहण 45 प्रतिशत था और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों का औसत जल संग्रहण इन जलाशयों के जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 42 प्रतिशत था। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान जल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम है और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से भी कम है।

पश्चिमी क्षेत्र के राज्यों में, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी की निगरानी के अंतर्गत 42 जलाशय आते हैं जिनकी कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता 35.24 बीसीएम है। जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन दिनांक 13.08.2020 के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध कुल जल संग्रहण 19.02 बीसीएम है जो इन जलाशयों की कुल जल संग्रहण क्षमता का 54 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जल संग्रहण 70 प्रतिशत था और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों का जल संग्रहण इन जलाशयों के जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 55 प्रतिशत था। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान जल संग्रहण पिछले वर्ष के जल संग्रहण की तुलना में कम है और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से भी कम है।

मध्य क्षेत्र के राज्यों में, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी निगरानी के अंतर्गत 19 जलाशय आते हैं जिनकी कुल जल संग्रहण की ताजा  क्षमता 44.45 बीसीएम है। जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन दिनांक 13.08.2020 के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध कुल जल संग्रहण 24.26 बीसीएम है जो इन जलाशयों की कुल जल संग्रहण क्षमता का 55 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जल संग्रहण 56% था और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों का औसत जल संग्रहण इन जलाशयों की ताजा जल संग्रहण क्षमता का 57 प्रतिशत था। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान जल संग्रहण पिछले वर्ष के जल संग्रहण की तुलना में कम है और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से भी कम है।

दक्षिणी क्षेत्र के राज्यों में, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, एपी एंड टीजी (दोनों राज्यों में 2 संयुक्त परियोजनाएं), कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं। सीडब्ल्यूसी निगरानी के अंतर्गत 36 जलाशय आते हैं जिनकी कुल जल संग्रहण की ताजा क्षमता 52.81 बीसीएम है। जलाशय में जल संग्रहण बुलेटिन दिनांक 13.08.2020 के अनुसार, इन जलाशयों में उपलब्ध कुल ताजा जल संग्रहण 32.08 बीसीएम है जो इन जलाशयों की कुल ताजा जल संग्रहण क्षमता का 61 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जल संग्रहण 65 प्रतिशत था और इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों का औसत जल संग्रहण इन जलाशयों के जल संग्रहण की ताजा क्षमता का 55 प्रतिशत था। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान जल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम है, लेकिन इसी अवधि के दौरान पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण से ज्यादा है।