Western Railway artists: पश्चिम रेलवे ने अपने कलाकारों को उनकी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए प्रदान किया शानदार मंच
अहमदाबाद, 01 अगस्त: Western Railway artists: कलात्मक प्रदर्शन हमारे जीवन को समृद्ध बनाता है और जीवन को एक अलग दृष्टिकोण प्रदान करता है। इसी क्रम में हाल ही में वेस्टर्न रेलवे फाइन आर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन द्वारा एक हिंदी नाटक “सब गोलमाल है” का मंचन किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल इस अवसर पर मुख्य अतिथि और पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहीं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस नाट्य प्रदर्शन कार्यक्रम का उद्घाटन सम्माननीय अतिथियों द्वारा सरस्वती वंदना की मधुर धुन के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। नाटक “सब गोलमाल है” का मंचन पश्चिम रेलवे के लोअर परेल वर्कशॉप, महालक्ष्मी वर्कशॉप, मुंबई डिवीजन ऑफिस और हेडक्वार्टर ऑफिस के कलाकारों ने किया। सभी कलाकारों का प्रदर्शन प्रभावशाली और प्रशंसनीय रहा।
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इसी तरह, सभी दर्शकों ने नाटक में कलाकारों की वेशभूषा, मंच सेट, पृष्ठभूमि संगीत और निर्देशन की भी मुक्त कंठ से सराहना की। उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल ने पश्चिम रेलवे पर सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रतिभाशाली कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा गहरी दिलचस्पी ली है और सभी को प्रेरित किया है। इस अवसर पर WRWWO की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल ने नाट्य प्रदर्शन की सराहना की और सभी कलाकारों को प्रोत्साहित किया।
आलोक कंसल द्वारा इस मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शन के लिए 20 हजार रुपये के सामूहिक नकद पुरस्कार की घोषणा की गई, जबकि WRWWO की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल द्वारा सांस्कृतिक टीम के लिए 10 हजार रुपये का सामूहिक नकद पुरस्कार घोषित किया गया। कंसल और श्रीमती तनुजा कंसल ने इस अनूठे आयोजन के लिए फूलों की उत्कृष्ट सजावट और अन्य अच्छी व्यवस्थाओं की भी सराहना की।
आलोक कंसल ने क्लासिक फिल्म आनंद के प्रसिद्ध संवाद का हवाला दिया कि “ये दुनिया एक रंगमंच है और हम सब इसकी कठपुतलियाॅं हैं, जिनकी डोर ऊपरवाले के हाथों में है..!” कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए श्री कंसल ने कहा कि कलाकारों को विभिन्न कला रूपों के प्रदर्शन के लिए उपयुक्त मंच दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली कलाकारों के आत्मविश्वास स्तर को बढ़ाने और उनकी रचनात्मकता को उच्च स्तर पर प्रेरित करने के लिए इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम बहुत फायदेमंद होते हैं।
महाप्रबंधक ने कहा कि इस तरह के अच्छे रचनात्मक आयोजनों के माध्यम से भाग लेने वाले कलाकारों में उल्लेखनीय आत्मविश्वास जागेगा और उनका व्यक्तित्व विकास होगा, वहीं उनमें टीम भावना, सकारात्मक मानवीय भावनाओं की अभिव्यक्ति की क्षमता, हास्यप्रद दृष्टिकोण तथा हमारे समाज के सभी धर्मों के प्रति सम्मान का नज़रिया भी विकसित होगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उपस्थित रेलवे के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी कोविड-19 महामारी के इस चुनौतीपूर्ण परिदृश्य में अपने जीवन की एकरसता को तोड़ने में सक्षम होंगे।
इस अवसर पर पश्चिम और मध्य रेलवे के प्रधान विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे और उनकी उपस्थिति ने जीवन के प्रति हम सभी के बीच सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ-साथ दोनों जोनल रेलों के बीच एक नया सद्भावनापूर्ण एवं स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित किया है। त्रुटियों और भ्रम से जुड़ी कॉमेडी की श्रृंखला पर आधारित यह नाटक पश्चिम रेलवे के महालक्ष्मी कारखाने के गिरीश दुबे द्वारा निर्देशित किया गया और पश्चिम रेलवे मुख्यालय के स्टोर विभाग की आरती गोसावी सागडे द्वारा इसका संगीत दिया गया।
शीर्षक गीत सांस्कृतिक संघ के आयोजक सचिव श्री मकरंद भागवत एवंआरती गोसावी द्वारा गाया गया। कार्यक्रम का संचालन हंस देव शर्मा ने किया। पश्चिम रेलवे की सांस्कृतिक टीमों के विभिन्न प्रतिभाशाली कलाकारों ने इस नाटक में मुख्य भूमिकाएँ निभाईं।