IIVR: वाराणसी में आईआईवीआर का 34 वां स्थापना दिवस 28 सितंबर को
IIVR: संस्थान ने गिनाई किसानोन्मुख प्रगति की उपलब्धियां, सब्जी उत्पादकों एवं निर्यातकों के हित में सतत समर्पित

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 27 सितंबर: IIVR: भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी का 34 वां स्थापना दिवस समारोह 28 सितंबर को मनाया जाएगा। यह संस्थान देश के किसानों की सेवा में सब्जी अनुसंधान, शिक्षा और प्रसार के माध्यम से अपनी स्थापना के बाद से लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। संस्थान ने 1991 से ही सब्जी अनुसंधान, मूल्य संवर्धन और गुणवत्तायुक्त सब्जी बीज का उत्पादन कर राष्ट्रीय स्तर पर किसानों को उपलब्ध कराया है।
देश में सब्जियों का उत्पादन 212 मिलियन टन है, जिससे 140 करोड़ जनसंख्या को पोषण सुरक्षा मिल रही है। सब्जियों की खेती से रोजगार, उद्यमिता, आय का सृजन और कृषि का विविधीकरण होता है। पिछले 70 वर्षों में तकनीकियों के प्रयोग से सब्जियों के क्षेत्र में 3.6 गुना उत्पादकता, 3.1 गुना वृद्धि, 11.2 गुना उत्पादन और 3.3 गुना प्रति व्यक्ति उपलब्धता बढ़ी है।
विगत वर्ष 2023 में, संस्थान ने विभिन्न सब्जियों की 22 किस्में और 06 संकर किस्में विकसित की हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में 11 अगस्त, 2024 को विभिन्न कृषि फसलों की 109 किस्में देश को समर्पित की, जिसमें इस संस्थान से 2 किस्में ‘काशी बौनी सेम-207’ और लौकी की ‘काशी शुभ्रा’ शामिल हैं। संस्थान ने प्रसंस्करण के लिए हरी मिर्च पाउडर, मोरिंगा सूप और लौकी खीर की तकनीक विकसित की है।