CM Eknath Shinde statement: अगर नवाब मलिक को देशद्रोही कहना अपराध तो 50 बार करूंगा यह क्राइम: मुख्यमंत्री शिंदे
अहमदाबाद, 03मार्च: CM Eknath Shinde statement: महाराष्ट्र विधान परिषद में गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को देशद्रोही नहीं कहा था। उन्होंने नवाब मलिक को देशद्रोही कहा था, जिनके अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से आर्थिक संबंध थे। मुख्यमंत्री शिंदे ने जोर देकर कहा कि अगर किसी को देशद्रोही कहना अपराध है तो वह इस अपराध को 50 बार करेगें।
जानकारी के मुताबिक, विधान परिषद में गुरुवार को विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने मुख्यमंत्री शिंदे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था। दानवे ने कहा कि 26 फरवरी को बजट सत्र की पूर्व संध्या पर विपक्ष ने सरकार की चाय पार्टी का बहिष्कार किया था। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा हुआ हमनें गद्दारों के साथ चाय नहीं पी।
‘नवाब मलिक का अंडरवर्ल्ड से संबंध’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एमएलसी अनिल परब ने कहा कि उन्होंने कभी भी राष्ट्र विरोधियों का समर्थन नहीं किया और जब शिंदे उसी कैबिनेट में मंत्री थे तब उन्होंने यह सब क्यों नहीं कहा। उस पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि उन्होंने किसी विपक्षी नेता को देशद्रोही नहीं कहा, बल्कि केवल नवाब मलिक को देशद्रोही कहा। उन्होंने सदन को बताया कि अंडरवर्ल्ड के साथ वित्तीय लेन-देन के खुलासे के बाद भी महाविकास अघाड़ी सरकार ने मलिक को कैबिनेट मंत्री के पद से नहीं हटाया था।
‘अगर संजय राठौड़ को हटाया गया तो मलिक को क्यों नहीं?’
शिंदे ने आगे कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे से एमवीए के शासन के दौरान कहा था कि मलिक को मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए, जब संजय राठौड़ को हटाया जा सकता है, मलिक को क्यों नहीं। परंतु, वे मलिक का इस्तीफा नहीं ले सके। इन सबके चलते ही हमने उन्हें छोड़ दिया और बीजेपी के साथ सरकार बनाई।
इस दौरान शिंदे ने मुंबई बम धमाकों का मुद्दा भी उठाया था। वहीं, उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, मुख्यमंत्री शिंदे ने पूरे मामले को सदन में रखा है, ऐसे में विशेषाधिकार हनन का सवाल ही नहीं उठता। हालांकि, विपक्ष इस बात पर अड़ा रहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया जाए।


