पश्चिम रेलवे की 412 पार्सल विशेष ट्रेनों द्वारा 3652 टन दवाइयों और चिकित्सा सामग्री का परिवहन

COMBO Rail
अहमदाबाद,22 जुलाई 2020
पश्चिम रेलवे ने अपनी पार्सल विशेष गाड़ियों के साथ-साथ मालगाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चिकित्सा की ज़रूरतों वाले लोगों की मदद करने के लिए भी पश्चिम रेलवे तारणहार साबित हो रही है, क्योंकि COVID-19 के मद्देनज़र, जब परिवहन के अन्य साधन प्रतिबंधित हैं, तो चिकित्सीय आवश्यकताओं को पूरा करना बेहद मुश्किल था। ऐसे में पश्चिम रेलवे द्वारा 23 मार्च, 2020 से 20 जुलाई, 2020 तक 3600 टन से अधिक दवाओं और मेडिकल सामग्री का परिवहन किया गया है, क्योंकि पश्चिम रेलवे राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों और अपने ग्राहकों की ज़रूरतों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है।

     पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पश्चिम रेलवे  ने संकट के समय में विशेष रूप से अपनी पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति लगातार जारी रखते हुए उच्चतम मानवीय मूल्यों का परिचय दिया है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे द्वारा 23 मार्च, 2020 से 20 जुलाई, 2020 तक लगभग 3652.35 टन दवाइयां और मेडिकल सामान देश के विभिन्न भागों में पहुँचाया गया है, जिसके फलस्वरूप  160 लाख रु की आमदनी हासिल हुई है।  1565.75 टन वजन वाली दवाओं को 76 लाख रुपये की आय के साथ पहुचाया गया और 2086 टन भार वाले मेडिकल सामान जैसे मास्क, सैनिटाइज़र, पीपीई किट, दस्ताने, सर्जिकल सामान आदि का परिवहन भी किया गया, जिससे 84 लाख रुपये की आय हुई।  उन्होंने बताया कि 23 मार्च से 20 जुलाई, 2020 तक कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों के बावजूद, 412 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से पश्चिम रेलवे द्वारा 81 हजार टन से अधिक वज़न वाली वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल थे। इस परिवहन के माध्यम से उत्पन्न आय लगभग 25.52 करोड़ रुपये रही है। इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा 61 दूध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 46 हजार टन का भार था।   और वैगनों के 100% उपयोग से लगभग 7.93 करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न हुआ। इसी तरह 339 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियॉं लगभग 30 हजार टन भार के साथ   विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 15 करोड़ रुपये रहा।  इनके अलावा, 5168 टन भार वाले 12 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाये गये, जिनसे 2.58 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। एक इंडेंटेड रेक 21 जुलाई, 2020 को करम्बेली से न्यू गुवाहाटी के लिए रवाना हुआ। 22 मार्च से 20 जुलाई, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, मालगाड़ियों के कुल 9713 रेकों का उपयोग पश्चिम रेलवे द्वारा 19.70 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया।19,063 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 9521 ट्रेनों को सौंप दिया गया और 9542 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया।

*****