Cluster Bean

Cluster Bean: गुआर यह मधुमेह के रोगियों के लिए हितकर होता है।

Banner Deepak Acharya 1

Cluster Bean: गुआर की कच्ची फलियों को चबाया जाए तो यह मधुमेह के रोगियों के लिए हितकर होता है।

  • वानस्पतिक नाम- Camopsis fetragonoloba (स्यामोप्सिस टेट्रागोनोलोबा) कुल- फेबेसी (Fabaceae)
  • हिन्दी- गंवार फली, गवार, गुआर
  • अंग्रेजी- क्लस्टर बीन, गुआर (Cluster Bean, Guar)
  • संस्कृत- द्विघा बोजन, द्रिघबीजन

घर-घर में खायी जाने वाली प्रमुख सब्जियों में से गंवार फली (Cluster Bean) एक है जिसकी खेती वृहद स्तर पर की जाती है। गंवार फली का वानस्पतिक नाम स्यामोप्सिस टेट्रागोनोलोबा है। डाँग-गुजरात के आदिवासी इसकी फलियों को सुखाकर चटनी तैयार करते हैं और मधुमेह के रोगी को 40 दिनों तक दिन में चार बार प्रतिदिन देते हैं, इनका मानना है कि ये काफी फायदा करता है।

Whatsapp Join Banner Eng

पातालकोट के आदिवासी मानते हैं कि फलियों के बीजों को रात भर पानी में डुबोकर रखा जाए और अगले दिन सूजन, जोड़ दर्द और जलन देने वाले शारीरिक भागों पर लगाने से अतिशीघ्र आराम मिलता है। कच्ची फलियों को चबाया जाए तो यह मधुमेह के रोगियों के लिए हितकर होता है।

Cluster Bean: कच्ची फलियों को पीसकर इसमें टमाटर और धनिया की हरी पत्तियों को डालकर चटनी तैयार की जाए और प्रतिदिन सेवन किया जाए तो आँखों की रोशनी बेहतर होती है और लगातार सेवन से कई बार चश्मा भी उतर जाता है। कच्ची फलियों को अच्छी तरह से उबाल लिया जाए और उस पानी में अपने पैरों को कुछ देर तक डुबोया जाए तो फटे पैर और तालु ठीक हो जाते हैं। इसके बीजों को एक उत्तम पशुआहार माना जाता है।

Cluster Bean

आदिवासी अंचलों में इसकी फलियों को सुखाकर इसमें सरसों के तेल को मिलाकर चौपायों को दिया जाता है जिससे उनके दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। गंवार फली को जलाकर राख तैयार कर ली जाए व इसमें सरसों का तेल डालकर लेप तैयार किया जाए और चौपायों के घाव पर लगाया जाए तो उन्हें आराम मिल जाता है। (साभार: आदिवासियों की औषधीय विरासत पुस्तक से )

यह भी पढ़े…..CM Vijay Rupani: वड़ोदरा की जनसभा में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जबान लड़बड़ाई, पाँव लड़खड़ा गया, अचानक ही गिर पड़े